
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के तीसरे मुकाबले में टीम इंडिया के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने एक और ऐतिहासिक कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। लॉर्ड्स मैदान पर खेले जा रहे इस टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने अपनी पहली पारी में तीन विकेट के नुकसान पर 145 रन बना लिए थे। पंत 19 रन बनाकर नाबाद लौटे, लेकिन इस छोटी-सी पारी ने उन्हें रिकॉर्ड बुक में एक खास स्थान दिला दिया।


धोनी का रिकॉर्ड चकनाचूर
ऋषभ पंत अब इंग्लैंड में किसी एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज बन गए हैं। पंत अब तक इस श्रृंखला में 361 रन बना चुके हैं, जबकि इससे पहले यह रिकॉर्ड पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम था, जिन्होंने 2014 की इंग्लैंड सीरीज में 349 रन बनाए थे। खास बात यह है कि पंत ने 2021 के दौरे में भी 349 रन बनाकर इस रिकॉर्ड की बराबरी की थी, जिसे इस बार उन्होंने पीछे छोड़ दिया।


इंग्लैंड में एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर:
- ऋषभ पंत – 361 रन (2025*)
- एम.एस. धोनी – 349 रन (2014)
- ऋषभ पंत – 349 रन (2021)

चोट के बावजूद मैदान में डटे पंत
पहले दिन के खेल के दौरान पंत को तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की गेंद पकड़ने के प्रयास में तर्जनी उंगली में चोट लग गई थी, जिसके चलते वह इंग्लैंड की पहली पारी में विकेटकीपिंग के लिए मैदान पर नहीं उतर सके। इसके बावजूद दूसरे दिन वह बल्लेबाजी के लिए उतरे और शोएब बशीर की गेंद पर कुछ तकलीफ झेलते हुए भी डटे रहे।



सचिन-वेंसगारकर का रिकॉर्ड भी खतरे में
तीसरे दिन पंत के पास एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका होगा। यदि वह लॉर्ड्स टेस्ट में शतक लगाते हैं, तो वह इंग्लैंड की धरती पर सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाजों की सूची में सचिन तेंदुलकर और दिलीप वेंगसरकर को पीछे छोड़ सकते हैं। दोनों दिग्गजों के नाम इंग्लैंड में 4-4 शतक दर्ज हैं।

विशेषज्ञों की राय में, ऋषभ पंत का यह प्रदर्शन उनके शानदार फॉर्म और मानसिक दृढ़ता का प्रमाण है। चोट के बावजूद मैदान में डटे रहना और रिकॉर्ड तोड़ना उनके करियर की सबसे यादगार उपलब्धियों में से एक बन सकती है।


