रानीखेत में सात दिवसीय कथक नृत्य कार्यशाला का भव्य समापन, गुजरात से आए प्रशिक्षकों व प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों ने मोहा मन

रानीखेत में सात दिवसीय कथक नृत्य कार्यशाला का भव्य समापन, गुजरात से आए प्रशिक्षकों व प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों ने मोहा मन

संजय जोशी

रानीखेत

सांस्कृतिक समिति के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय कथक नृत्य प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन शनिवार को दीवान सिंह हाल में एक रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुआ। इस अवसर पर गुजरात से आए प्रसिद्ध कथक प्रशिक्षक जिगर भट्ट और प्रो. निष्ठा देसाई सहित प्रतिभागी बच्चों और युवाओं की भव्य प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

दीप प्रज्ज्वलन व सम्मान समारोह से हुआ शुभारंभ

समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि एडम कमांडेंट कर्नल ब्रिजेश सिंह सावियन, विशिष्ट अतिथि छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी कुनाल रोहिला और पूर्व रक्षा निदेशक डी. एन. यादव ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। अतिथियों का बैज अलंकरण और पौध भेंट कर हरित स्वागत किया गया। वहीं, प्रशिक्षकों को अंग वस्त्र और ऐपण कृति भेंट कर संस्कृति समिति अध्यक्ष विमल सती ने सम्मानित किया।

कथक को बताया सांस्कृतिक धरोहर

मुख्य अतिथि कर्नल ब्रिजेश सिंह सावियन ने कहा कि कथक भारतीय नृत्य परंपरा की प्राचीनतम विधाओं में से एक है, जिसकी जड़ें रामायण और महाभारत काल तक जाती हैं। उन्होंने कहा कि रानीखेत जैसे पहाड़ी क्षेत्र में कथक जैसी कला को बढ़ावा देना प्रशंसनीय प्रयास है। विशिष्ट अतिथि कुनाल रोहिला ने सांस्कृतिक गतिविधियों में छावनी परिषद के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।

प्रशिक्षण शिविर में 118 प्रतिभागियों ने लिया भाग

कार्यशाला में कुल 118 महिलाओं और बच्चों ने पंजीकरण कर प्रशिक्षण प्राप्त किया। अध्यक्ष विमल सती ने कहा कि यह रानीखेत में पहली बार आयोजित ऐसी कार्यशाला थी, जिसे जनसहयोग से सफल बनाया गया और भविष्य में भी इस तरह की सांस्कृतिक गतिविधियां लगातार आयोजित की जाएंगी।

सम्मानित हुए सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकर्ता

कार्यक्रम में कला, संस्कृति और समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान के लिए मंजू साह, भुवन चंद्र साह और सतीश चंद्र पांडे को सम्मानित किया गया। वहीं शैक्षिक और सांस्कृतिक योगदान के लिए विद्यालयों के प्रधानाचार्य सुनीता अधिकारी, सुनील मसीह, विनोद खुल्बे, रीतिका कांडपाल और विमला बिष्ट को भी सम्मान प्रदान किया गया।

प्रभावशाली संचालन व भव्य प्रस्तुतियां

कार्यक्रम का संचालन ज्योति साह और निष्ठा देसाई ने किया। इस मौके पर डॉ. जया पांडे, डॉ. अनिल जोशी, मोहन नेगी, हिमांशु उपाध्याय सहित सांस्कृतिक समिति के राजेन्द्र पंत, गौरव तिवारी, गौरव भट्ट, अभिषेक कांडपाल, नेहा माहरा, गीता पवार, गीता जोशी, सोनू सिद्दीकी, अशोक पंत और परमवीर मेहरा उपस्थित रहे।

भावनगर की ओर से विशेष सम्मान

कार्यक्रम के अंत में भावनगर, गुजरात से आई टीम की ओर से सांस्कृतिक समिति के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया, जिसने कार्यशाला के आयोजन में उल्लेखनीय भूमिका निभाई।

कार्यक्रम ने रानीखेत में सांस्कृतिक चेतना के नवप्रवाह की दिशा में एक मजबूत कदम सिद्ध किया है।