
7 जून से 28 जुलाई 2025 तक आकाश में शनि और मंगल का षडाष्टक योग बन रहा है, जो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अशुभ प्रभाव देने वाला संयोग माना जाता है। यह योग लगभग 50 दिनों तक प्रभावी रहेगा और इसका असर विशेष रूप से कर्क, मकर और मीन राशि पर पड़ेगा।

मंगल और शनि: जब टकराते हैं दो ग्रहों की शक्तियाँ
मंगल, जो क्रोध, अग्नि, युद्ध और दुर्घटनाओं का प्रतिनिधि ग्रह माना जाता है, और शनि, जो कर्म, न्याय और धीमी लेकिन गहन सजा का कारक है — जब षडाष्टक (6-8) योग में आते हैं, तो इसका प्रभाव व्यक्तिगत जीवन से लेकर वैश्विक घटनाओं तक नजर आता है।

कर्क राशि – स्वास्थ्य और क्रोध का इम्तिहान
इस राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा।
- क्रोध में वृद्धि हो सकती है, जिससे रिश्तों में तनाव संभव है।
- कार्यक्षेत्र में अधिक जिम्मेदारी और मानसिक थकान रहेगी।
- संतान के प्रति चिंता बढ़ सकती है।
- निवेश के मामलों में विशेषज्ञ की सलाह लेना अनिवार्य होगा।
- खानपान और नींद की अनियमितता से बचें।

मकर राशि – आर्थिक और मानसिक चुनौती का दौर
मकर राशि के जातकों को यह अवधि धैर्य और विवेक से गुजारनी होगी।
- आर्थिक मामलों में रुकावटें आ सकती हैं।
- नौकरीपेशा लोगों को वरिष्ठों से तनाव हो सकता है।
- कारोबारी वर्ग को लेन-देन में सतर्कता बरतनी चाहिए।
- घर और दफ्तर दोनों जगह तनावपूर्ण माहौल बन सकता है।

मीन राशि – करियर और परिवार दोनों में सावधानी जरूरी
मीन राशि वालों के लिए यह समय मानसिक उलझनों और पारिवारिक तनाव का संकेत देता है।
- नौकरी में असुरक्षा और तनाव रह सकता है।
- व्यवसाय में मुनाफा कमाने में कठिनाई होगी।
- पारिवारिक विवाद और गलतफहमियाँ बढ़ सकती हैं।
- विद्यार्थियों को मन की एकाग्रता बनाए रखने में कठिनाई होगी।

उपाय और सलाह:
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस अवधि में निम्न उपाय किए जा सकते हैं:
- हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें।
- शनि देव और मंगल ग्रह के बीज मंत्रों का जाप करें।
- मंगलवार और शनिवार को व्रत रखें।
- दान-पुण्य और सेवा कार्य में हिस्सा लें।
- किसी भी बड़े निर्णय से पहले विश्वसनीय सलाह लें।

सावधानी और संयम से ही इन 50 दिनों की ज्योतिषीय चुनौती को पार किया जा सकता है।
कर्क, मकर और मीन राशि वालों को सलाह है कि वे अपने व्यवहार, स्वास्थ्य और निर्णयों में अतिरिक्त सजगता बरतें।

