
काशीपुर
कुमायूं परिक्षेत्र की नव नियुक्त पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती रिधिम अग्रवाल ने काशीपुर सर्किल में अपराध गोष्ठी आयोजित कर सभी थाना प्रभारियों, विवेचकों, व राजपत्रित अधिकारियों को अपराध नियंत्रण, विवेचना गुणवत्ता, महिला अपराधों में त्वरित कार्रवाई, और साइबर अपराध की रोकथाम के लिए सख्त निर्देश दिए।


गोष्ठी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकान्त मिश्रा, एसपी क्राइम निहारिका तोमर, एसपी काशीपुर अभय सिंह, एसपी रुद्रपुर उत्तम सिंह नेगी सहित समस्त पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रमुख निर्देश एवं बिंदु:
- बेसिक पुलिसिंग पर जोर: आईजी ने थानेदारों को “बड़े बाबू” न बनने की चेतावनी देते हुए खुद गश्त, पिकेट व चेकिंग करने को कहा। चेकिंग में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी।
- महिला अपराधों में तत्परता: केस ऑफिसर स्कीम के तहत प्रभावी पैरवी के निर्देश। पीड़िताओं को मुआवजा दिलाने हेतु डीएलएसए की जानकारी देने को कहा।
- विवेचना में लापरवाही पर कार्रवाई: चार विवेचकों पर जांच के आदेश, आईटीआई थाना मोहर्रिर की भी जांच।
- सीमावर्ती जिलों से समन्वय: यूपी की सीमा से सटे क्षेत्र में अपराधियों की गतिविधियों पर नजर और दूसरे राज्यों से बेहतर तालमेल के निर्देश।


- नशा व साइबर अपराध पर कठोरता: नशा तस्करों की संपत्ति जब्ती की कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया। सभी थानों को साइबर अपराध से निपटने हेतु तकनीकी प्रशिक्षण दिए जाने के निर्देश।
- थाना निरीक्षण: आईजी ने आईटीआई थाने का निरीक्षण कर महिला डेस्क, सीसीटीएनएस, मालखाना आदि की स्थिति देखी। निर्माणाधीन कार्यों की गुणवत्ता पर भी दिशा-निर्देश दिए।


सत्यापन और ऑपरेशन सिंदूर:
- सभी थानों को 15 दिन का विशेष सत्यापन अभियान चलाने का निर्देश, जिसमें किरायेदार, नौकर, होटल कर्मियों का डाटा सत्यापित किया जाए।
- आपातकालीन स्थितियों से निपटने को SDRF, फायर, पुलिस टेलीकॉम के साथ मॉक ड्रिल और संयुक्त प्रशिक्षण के आदेश।
आईजी महोदया ने पुलिस कर्मियों को जनसेवा को सर्वोपरि रखते हुए टीम भावना से कार्य करने और तकनीक का उपयोग बढ़ाने की प्रेरणा दी।

