
लोकेशन- ऋषिकेश

चंद्रेश्वर नगर स्थित एसटीपी प्लांट के पास से बहकर गंगा में मिल रहा नाले का गंदा पानी न केवल गंगा भक्तों की आस्था को ठेस पहुंचा रहा है, बल्कि पवित्र गंगा जल को भी गंभीर रूप से प्रदूषित कर रहा है। हालिया भारी बारिश के बाद यह समस्या और भी बढ़ गई है, जिससे नाले में बहकर आई गंदगी सीधे गंगा में समा गई।


इस संबंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि नाले से गंदा पानी और कचरा बहकर पवित्र नदी में मिल रहा है। यह दृश्य श्रद्धालुओं को आहत कर रहा है, जो गंगा को ‘मां’ के रूप में पूजते हैं।

गंगा संरक्षण को लेकर लगातार प्रयासरत सामाजिक कार्यकर्ता राघव झा ने बताया कि वह इस गंभीर समस्या को लेकर अब तक कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर चुके हैं और लिखित पत्र भी सौंपे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई अभी तक नजर नहीं आई है।

राघव झा ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा इस नाले के खुले हिस्से को टेप (ढंकने) की योजना तैयार कर ली गई है। इस योजना के लिए 171 लाख रुपये का बजट बनाया गया है, जिसकी स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू किए जाने की बात अधिकारियों ने कही है।


राघव ने आग्रह किया कि, “यदि यह जानकारी सही है, तो बरसात से पहले ही कार्य शुरू कर देना चाहिए, वरना आगामी बारिश में स्थिति और भी विकराल हो सकती है और तब काम कर पाना और कठिन हो जाएगा।”

स्थानीय लोगों और गंगा भक्तों ने भी इस पर शीघ्र और प्रभावी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि पतित पावनी गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रशासन को संवेदनशील और सक्रिय होना चाहिए।

