
रिपोर्ट: ललित जोशी / हर्षित जोशी
नैनीताल, 6 अप्रैल:

सरोवर नगरी नैनीताल आगामी 25 से 27 अप्रैल तक एक भव्य साहित्यिक आयोजन की साक्षी बनेगी, जब ‘नैनीताल लिटरेचर फेस्टिवल’ (एनएलएफ) का पहला संस्करण ‘माउंटेन मैजिक’ नाम से चारखेत, नैनीताल में आयोजित किया जाएगा।

एनएलएफ के संस्थापक एवं निदेशक अमिताभ सिंह बघेल ने कर्टन रेजर कार्यक्रम में मीडिया को संबोधित करते हुए इस आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह फेस्टिवल कुमाऊं की सुरम्य पहाड़ियों के बीच एक जीवंत साहित्यिक और सांस्कृतिक महोत्सव होगा, जिसमें 50 से अधिक वक्ता भाग लेंगे। इन वक्ताओं में लेखक, कलाकार, सिनेमा और कला क्षेत्र के प्रतिष्ठित नाम एवं बुद्धिजीवी शामिल हैं।

फेस्टिवल का मार्गदर्शन पद्मश्री प्रो. पुष्पेश पंत द्वारा किया जा रहा है, जो एक प्रसिद्ध लेखक, खाद्य समीक्षक एवं इतिहासकार हैं। उन्होंने कहा, “नैनीताल स्वयं में एक अंतरराष्ट्रीय पहचान रखता है, और यह फेस्टिवल उसे एक वैश्विक साहित्यिक मंच प्रदान करेगा।”

फेस्टिवल का उद्देश्य
अमिताभ सिंह बघेल ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य एक ऐसा मंच तैयार करना है जहां विभिन्न विचारधाराओं और आवाजों को एक साथ आने का अवसर मिले। यह फेस्टिवल कहानियों और अनुभवों के आदान-प्रदान का माध्यम बनकर सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देगा।

फेस्टिवल विविध विषयों जैसे कि पौराणिक कथाएं, फिल्म, पाक कला, संगीत, कानून, कूटनीति आदि से जुड़े सत्रों से भरपूर होगा।
यह मंच स्थानीय एवं वैश्विक दोनों स्तरों की प्रतिभाओं को एक साथ लाने का प्रयास कर रहा है, जिससे उत्तराखंड के सांस्कृतिक स्वरूप को अंतरराष्ट्रीय पटल पर पहचान मिले।
विशेषताएं
फेस्टिवल की एक प्रमुख विशेषता इसकी समावेशिता है — यह पूरी तरह टिकट-मुक्त होगा और हर किसी का इसमें स्वागत है। बोट हाउस क्लब जैसे प्रतिष्ठित स्थान भी इस आयोजन के लिए आमजन के लिए अपने द्वार खोलेंगे।
कार्यक्रम के दौरान हिंदी, अंग्रेज़ी और उर्दू में सत्र आयोजित होंगे, जिनमें कथा, कविता, गद्य, बच्चों और बड़ों के लिए साहित्यिक प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। तीन दिनों में 20 से अधिक लेखक और 100 से अधिक पुस्तकें चर्चा का केंद्र रहेंगी।

समर्पित आयोजन समिति
मीडिया ब्रीफिंग में अमिताभ बघेल के साथ आलोक शाह (समिति संयोजक एवं कूर्मांचल नगर सहकारी बैंक लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष) विशेष रूप से उपस्थित रहे।
उत्सव की मार्गदर्शिका के रूप में नारी शक्ति पुरस्कार विजेता अंशु खन्ना और वाराधी फाउंडेशन की अपर्णा कांडा सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
प्रख्यात रंगमंच कलाकार दीपक बलानी भी समिति के महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में कार्यरत हैं।

कुमाऊं विश्वविद्यालय के उत्साही विद्यार्थी इस आयोजन में विशेष योगदान दे रहे हैं, जिससे फेस्टिवल में युवा ऊर्जा और रचनात्मकता का अद्भुत समावेश देखने को मिलेगा।
अंत में, बघेल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “इस सुंदर जगह को मैं अपना घर मानता हूं और आप सबका यहाँ स्वागत करके अत्यंत आनंदित हूं। आशा है, नैनीताल लिटरेचर फेस्टिवल में हम सभी एक यादगार अनुभव साझा करेंगे।”

