

बॉलीवुड की पूर्व एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) का नाम इन दिनों सुर्खियों में हैं। 23 साल बाद वह भारत लौटीं और महाकुंभ में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गईं। साधु-संतों को यह बात बिल्कुल भी सही नहीं लगी। इसके बाद किन्नर अखाड़े के संस्थापक ने उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया। अब एक्ट्रेस ने उनके ऊपर लगाए गए आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है।

- किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने के बाद ममता कुलकर्णी सुर्खियों में हैं
- विवाद होने के बाद उन्हें इस पद से बर्खास्त कर दिया गया
- अब पूर्व एक्ट्रेस ने उनके ऊपर लगे आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है
90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) फिल्मी करियर में कई सुपरहिट फिल्में दे चुकी हैं। सालों तक लाइमलाइट से दूर रहने के बाद हाल ही में एक्ट्रेस भारत लौटीं। उन्हें बदले अंदाज में महाकुंभ में देखा गया। अभिनेत्री के प्रशंसकों को थोड़ी हैरानी जरूर हुई। इसके बाद फिर एक्ट्रेस ने खुद सोशल मीडिया के जरिए बताया कि वह किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई हैं। शोबिज की दुनिया से आने वाली ममता का इस पद पर रहना कुछ लोगों को पसंद नहीं आया।

ममता ने पैसे देने के आरोप पर तोड़ी चुप्पी
साधु-संतों ने ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने के खिलाफ आवाज बुलंद कीं। इसके बाद अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता को पद से हटा दिया। किन्नर अखाड़े से नाम जुड़ने के बाद से ही ममता कुलकर्णी के ऊपर कई तरह के आरोप लगाए गए। इसमें से एक यह भी है कि उन्होंने किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने के लिए 10 करोड़ रुपये दिए थे। फाइनली अब ममता ने तमाम आरोपों पर चुप्पी तोड़ दी है। ममता ने पैसे देने के आरोपों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि 10 करोड़ तो ज्यादा है उनके पास 1 करोड़ भी नहीं हैं। ममता कुलकर्णी ने टीवी के एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उनके ऊपर लगे आरोपों पर खुलकर बात की।
मेरे पास 10 करोड़ तो दूर, 1 करोड़ रुपये भी नहीं हैं। सरकार ने मेरे बैंक अकाउंट जब्त कर लिए हैं। आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि किस हाल में रह रही हूं। मेरे पास पैसे बिल्कुल भी नहीं हैं। मैंने किसी करीबी से उधार लेकर 2 लाख रुपये दिए, वो भी गुरु को दक्षिणा देने के लिए, जब मुझे महामंडलेश्वर बनाया गया।


