हल्द्वानी:
जमीन दिलाने के नाम पर आर्मी के जवान से 22.50 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है.कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के निर्देश पर पुलिस ने प्रापर्टी डीलर पर प्राथमिकी कर मामले की जांच शुरू कर दी है.आरोप है कि प्रापर्टी डीलर ने जमीन के रुपये लेने के चार साल तक रजिस्ट्री नहीं की। लंबे समय से टालमटोल की जा रही है. नैनीताल के ग्राम बड़ौन निवासी व्यक्ति ने बताया कि वह जम्मू कश्मीर में आर्मी में तैनात हैं.वर्ष 2020 में ग्राम हरिपुर कुंवर आनंदपुर हल्द्वानी निवासी जीवन सिंह से उनकी मुलाकात हुई.जीवन ने खुद को प्रापर्टी डीलर बताया
और कई बीघा जमीन दिखाई तब जीवन ने बताया कि वह बेचने का काम करता है.जो जमीन दिलाई गई उसे अपनी बताया. विश्वास में आकर उन्होंने जमीन का सौदा 22.50 लाख रुपये में कर लिया.वर्ष 2020 में उन्होंने प्रापर्टी डीलर को पूरे रुपये दे दिए, लेकिन प्रापर्टी डीलर ने आज तक जमीन की रजिस्ट्री नहीं की.पहले कोरोना काल होने के नाम पर टाला और बाद में फोन उठाना भी कम कर दिया.
उन्होंने इसकी शिकायत कुमाऊं कमिश्नर के जनता दरबार में पहुंचकर की थी. हल्द्वानी कोतवाल राजेश कुमार यादव ने बताया कि कुमाऊं कमिश्नर के निर्देश पर प्रापर्टी डीलर के विरुद्ध धोखाधड़ी की धारा में प्राथमिकी कर ली है पूरे मामले की जांच की जा रही है जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. गौरतलाब है की हल्द्वानी में जमीन खरीद -फरोख्त के मामले में लगातार धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं.
जमीनी धोखाधड़ी के मामले में पुलिस एसआईटी टीम भी गठित की है. जमीन धोखाधड़ी संबंधित धोखाधड़ी के कई मामले कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के जनसुनवाई में आ चुके हैं जहां कुमाऊं कमिश्नर के निर्देश पर कार्रवाई भी हुई है. उसके बावजूद भी हल्द्वानी में जमीनी धोखाधड़ी के मामले कम नहीं हो रहे हैं.