श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ साहिब जी की समाप्ति उप्रान्त 8:30 बजे मुख्यग्रन्थि कमलजीत सिंह जी द्वारा अरदास की गई!

श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ साहिब जी की समाप्ति उप्रान्त 8:30 बजे मुख्यग्रन्थि कमलजीत सिंह जी द्वारा अरदास की गई!

उत्तराखंड

गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब के तदवाधान में प्रबंधक कमेटी व समूह साध संगत जी द्वारा चल रहे गुरमत समागम 04.09.2024 को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ साहिब जी की समाप्ति उप्रान्त 8:30 बजे मुख्यग्रन्थि कमलजीत सिंह जी द्वारा अरदास की गई!


साथ ही गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहब के तत्ववाधान में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रथम पावन प्रकाश पर्व पर चल रहे कार्यक्रम राजकीय इंटर कॉलेज राजेंद्र नगर गली नंबर 3 स्कूल के परिसर प्रांगण में महान कीर्तन दरबार धार्मिक दीवान सजाए गए जिसमे


पंथ के प्रचारक रागी जत्था अन्यप्रदेशो से आये महान कीर्तन दरबार में भाई साहब भाई गुरुमीत सिंह जी शांत जी रागी जत्था श्री दरबार साहिब अमृतसर वाले
(2)भाई साहब भाई चमनजीत सिंह जी लाल कीर्तन जत्था दिल्ली


(3) ज्ञानी हरप्रीत सी ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी मक्कू कथावाचक पंजाब वाले क्रमवार कीर्तनकर,बोल रहे सुन सुन जीवा तेरी वाणी मेरे साहिब तू मैं भाण निमाणी,तूध बिन अवर ना जाने मेरे साहिबा गुण गावा नित तेरे,श्री हरकिशन धिहाइये दिथे सब दुःख जाये

गायन गाए शबद सुनाकर महान पंडाल के बीच साध संगत जी को अपनी वाणी से मनमुग्द कर निहाल कर भक्तिमयकर दिया श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के दरबार में आकर माथाटेक कर आशीर्वाद प्राप्त किया साथ ही गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब जी 50 वें वर्षगाँठ के साथ स्वर्ण जयंती कार्यक्रम भी पांच दिन गुरमत समागम के साथ गुरुद्वारे का इतिहास सितंबर 1974 को एक छोटे

से कमरे हॉल के साथ गुरुद्वारे की शुरूआत की गई जिसमें बाबा जी बीड साहब जी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को आदर सत्कार व अरदास के साथ विराजमान साध संगत जी द्वारा कराए गए शुरुआत में गुरुद्वारा राजपुरा के नाम से जाना जाता रहा समय बदला प्रबंधक समिति या बदली इस बीच गुरुद्वारे को एक नए स्वरूप के साथ नई बिल्डिंग बनाई गई साथ ही गुरुद्वारा प्रबंधक

कमेटी और बड़े बुजुर्गों और युवाओं ने मिलकर नये साज-सज्जा के साथ मिलकर गुरूद्वारा बनाया गया द्वारा गुरु के दास पुरुष/महिलाओं ने एक ड्रेस कोड भी आकर्षण रखा, जिसमें पुरुषों के लिए पगड़ी महिलाओं के लिए दुपट्टा चुन्नी एक ही रंग की पहनी गई प्रबंधक कमेटी द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समुह साध संगत जी एवम समस्त गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटीओ का,नगर/जिला प्रशासन,इलेक्ट्रॉनिक/प्रिंट मीडिया,शिक्षा स्कूल प्रशाशन का आभार साथ ही पाराचिनार बिरादरी

महिला,पुरुष,युवाओं ने मिलकर जो इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया उनका भी आभार जताया है कार्यक्रम का धार्मिक कार्यक्रम के मंच का संचालन इंदरजीत सिंह ट्विंकल ने किया कार्यक्रम का आयोजन गुरमत-समागम गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा बनवाए गए
महान गुरमत समागम श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रथम प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब की 50वीं वर्षगाँठ स्वर्ण जयंती पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं बधाई


गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य सेवादार रणजीत सिंह नागपाल,सचिव हरविंदर सिंह कुकरेजा,उपाध्यक्ष फतेह सिंह,मीडिया प्रभारी दलजीत सिंह दल्ली,अवतार सिंह,परमजीत सिंह पम्मा,राजेंद्र गुलाटी,कुलवंत सिंह नागपाल,,परविंदर सिंह नागपाल डिंकी,परमजीत सिंह शंटी,परविंदर सिंह प्रिंस,पार्षद राधा आर्य,हरजीत सिंह सच्चर,वीरेंद्र सिंह चड्ढा,मुकेश ढींगरा,गोविंद बगड़वाल,प्रेम मदान,महेश आहूजा,हरविंदर सिंह,हरप्रीत सिंह नागपाल,सतपाल सिंह नागपाल,बनप्रीत सिंह नागपाल, मनमीत सिंह,संदीप सुखिजा,दलजीत सिंह हनी,पवनप्रीत सिंह,नरिंदर साहनी आदि महान कीर्तन दरबार में साध-संगत मौजुद रहे