
स्थान= खटीमा ऊधम सिंह नगर
रिपोर्ट=सर्वजीत

उधम सिंह नगर के खटीमा से है। जहां बांग्लादेश में हिन्दू पर अत्याचार को लेकर उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट के माध्यम से भेजा राष्ट्रपति को ज्ञापन। साथ ही उनका कहना है कि हमारा संगठन अराजनैतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन है। भारत की पूर्वी सीमा से सटे बांग्लादेश में लोकतांत्रिक सरकार के सत्ता पलट हो जाने एवं वहां की प्रधानमन्त्री के देश छोड़कर भाग जाने के बाद से ही इस्लामी कट्टरपंथी शक्तियों द्वारा बांग्लादेश में हिन्दुओं का उत्पीड़न व नरसंहार किया जा रहा है।

बांग्लादेश में लाखों हिन्दू संप्रदाय के लोग रहते हैं जो कि वहाँ अल्पसंख्यक हैं। मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से मिल रही जानकारियां अत्यंत व्याकुल कर देने वाली है जिसमें हिन्दू धार्मिक स्थलों को तोड़ने एवं जलाए जाने व हिन्दू महिलाओं का सार्वजनिक बलात्कार एवं हत्या जैसे कृत्य सामने आ रहे हैं। साथ ही लाखों हिन्दुओं को हथियार के बल पर इस्लाम कबूल करने के लिए विवश किया जा रहा है जिस कारण लाखों हिन्दू अपना घर तक छोड़ने को विवश हो रहे हैं। पूरे बांग्लादेश में करीब 50 जिलों में ऐसी घटनाएँ घटित होने की खबर सामने आ रही है जो कि बहुत चिंता का विषय है।

हमारा देश वसुधैव कुटुंबकम के मूल संस्कारों का अनुसरण करने वाला देश है। साथ ही विश्व में हिन्दुओं का सबसे बड़ा देश है। ऐसी स्थिति में बांग्लादेश में हिन्दुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करना भारत की सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। 1970 के दशक में भी जब तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान के शासकों द्वारा हिन्दुओं का उत्पीड़न और नरसंहार किया गया था तब भारत की सेना द्वारा बल प्रयोग कर वहां के क्रूर शासन को ना ही सिर्फ उखाड़ फेंका था अपितु बांग्लादेश का भी जन्म भारत द्वारा ही किया गया था। आज फिर से एक बार मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा

विदेशी ताकतों द्वारा प्रायोजित होकर हिन्दुओं का उत्पीड़न और नरसंहार किया जा रहा है। अतः महामहिम से सादर निवेदन है कि बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु भारत सरकार को निर्देशित करने की मांग रखी।

