सौनी स्थित स्वर्गाश्रम बिनसर महादेव के महंत‌ रामगिरी महाराज अस्सी वर्ष की आयु मे ब्रह्मलीन हुए,

सौनी स्थित स्वर्गाश्रम बिनसर महादेव के महंत‌ रामगिरी महाराज अस्सी वर्ष की आयु मे ब्रह्मलीन हुए,

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रिपोटर-संजय जोशी

स्थान-रानीखेत

सौनी स्थित स्वर्गाश्रम बिनसर महादेव के महंत श्री रामगिरी जी अस्सी वर्ष की आयु में ब्रह्मलीन हो गए ।

उन्होंने रामनगर के पास बैलपढा़व आश्रम में अंतिम सांस ली। महंत रामगिरी जी महाराज स्वर्गाश्रम बिनसर महादेव में पिछले बाइस वर्ष से व्यवस्था देख रहे थे। उनकी देखरेख में प्रतिवर्ष यहां शतचंडी महायज्ञ आयोजन हो रहा था। स्वर्गाश्रम बिनसर महादेव की नींव महंत मोहन गिरी महाराज ने रखी थी |

उनके ब्रह्मलीन होने के बाद बाबा रामगिरी 2001में महंत की पदवी संभाली और मंदिर की व्यवस्थाओं का कुशलता पूर्वक संचालन किया। उनके ब्रह्म लीन होने के समाचार मिलने के बाद उनके भक्त समुदाय ने शोक जताया। मंदिर कमेटी के पदाधिकारी कुंवर गुसाई ने बताया, कि महंत रामगिरी महाराज की देख रेख में मंदिर में कई विकास कार्य किए गए ।


महंत रामगिरी के बह्मलीन होने पर राम मंदिर के मौनी महाराज जी , कैलाश पांडे , उमेश भट्ट, चंदन सिंह. गोपाल देव , हेमंत रौतेला, मोहन सिंह ने दुख जताया।