राज्य की रजत जयंती पर बुलाए गए विशेष सत्र को लेकर विपक्ष का सरकार पर निशाना

राज्य की रजत जयंती पर बुलाए गए विशेष सत्र को लेकर विपक्ष का सरकार पर निशाना

स्थान- देहरादून।

उत्तराखंड की रजत जयंती के अवसर पर विधानसभा में बुलाए गए विशेष सत्र को लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी तेज़ हो गई है। विपक्ष ने सरकार पर लोकतंत्र की आवाज दबाने का आरोप लगाया है।

उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि यह सत्र राज्य के 25 वर्षों की उपलब्धियों और चुनौतियों पर गंभीर मंथन का अवसर था, लेकिन सरकार ने इसे औपचारिकता तक सीमित कर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य ने इन वर्षों में क्या खोया और क्या पाया, इस पर विस्तृत चर्चा के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए था, परंतु सरकार लगातार सत्र की अवधि घटा रही है।

कापड़ी ने आरोप लगाया कि जब वे सदन में अपनी बात रख रहे थे, तो उन्हें बीच में ही रोक दिया गया, जबकि उनके पास राज्यहित से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें थीं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सत्र में चर्चा से डरती है और जनता के असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।

विपक्ष का कहना है कि सरकार अगर सच में पारदर्शिता चाहती है तो उसे चाहिए कि वह सत्र की अवधि बढ़ाए और राज्य निर्माण से अब तक के विकास, चुनौतियों और असफलताओं पर खुलकर चर्चा की अनुमति दे।