सितारगंज में बैगुल नदी में फंसे 4 बच्चों को मॉक ड्रिल के दौरान बचाया गया

सितारगंज में बैगुल नदी में फंसे 4 बच्चों को मॉक ड्रिल के दौरान बचाया गया

स्थान सितारगंज
रिपोर्ट तनवीर अंसारी

उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के सितारगंज क्षेत्र में सोमवार को बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए प्रशासन ने मॉक ड्रिल का अभ्यास किया, जिसमें बैगुल नदी में फंसे चार प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया।

दरअसल, अरविंद नगर के पास स्थित बैगुल नदी में अचानक जल स्तर बढ़ गया, जिससे स्कूल के चार बच्चे नदी के दूसरी ओर फंस गए।

सूचना मिलते ही प्रशासन की संयुक्त टीम, जिसमें एसडीआरएफ, एसएसबी, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें शामिल थीं, ने तत्परता से मॉक ड्रिल के तहत बचाव कार्य शुरू किया।


एसडीआरएफ ने निभाई अहम भूमिका

एसडीएम तुषार सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मॉनसून पूर्व तैयारी का हिस्सा था। इस दौरान एसडीआरएफ की टीम ने जोखिम भरे हालातों के बीच रस्सियों और लाइफ जैकेट्स की मदद से चारों बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।

“यह अभ्यास वास्तविक आपदा स्थिति से निपटने की हमारी तैयारियों को परखने का तरीका है,” — तुषार सैनी, एसडीएम सितारगंज


हर साल बाढ़ से जूझते हैं ग्रामीण

सितारगंज और आस-पास के गांव हर वर्ष मानसून में बाढ़ का कहर झेलते हैं। बैगुल नदी सहित कई अन्य नदियां उफान पर आ जाती हैं, जिससे खेतों और रिहायशी इलाकों में पानी भर जाता है। ऐसे में प्रशासन का यह कदम लोगों में भरोसा और जागरूकता बढ़ाने के लिए अहम माना जा रहा है।


मॉक ड्रिल में ये टीमें रहीं शामिल:

  • एसडीएम और तहसील प्रशासन
  • एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल)
  • एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल)
  • स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम
  • पुलिस विभाग और अन्य आपदा प्रबंधन कर्मी