लोहाघाट में तीन दिवसीय उर्स मेले का दूसरा दिन चादरपोशी और कव्वाली के साथ संपन्न

लोहाघाट में तीन दिवसीय उर्स मेले का दूसरा दिन चादरपोशी और कव्वाली के साथ संपन्न

स्थान:लोहाघाट (चंपावत)
रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट

लोहाघाट में स्थित सूफी संत कालू सैयद बाबा की मजार पर चल रहे तीन दिवसीय उर्स मेले का दूसरा दिन कौमी एकता, भक्ति और भव्यता के बीच मनाया गया। शनिवार को उर्स कमेटी अध्यक्ष जोली और मुतवल्ली बाबा हसमत के दिशा-निर्देश में चादरपोशी का भव्य जुलूस निकाला गया।

यह जुलूस मुतवल्ली बाबा हसमत के दौलतखाने से शुरू होकर लोहाघाट नगर के मुख्य मार्गों से होता हुआ बाबा की मजार तक पहुंचा, जहां श्रद्धापूर्वक चादरें चढ़ाई गईं। इस धार्मिक जुलूस में दूर-दराज़ से आए जायरीन और स्थानीय महिलाओं की बड़ी संख्या में भागीदारी रही, जिसने मेले की गरिमा को और बढ़ा दिया।

चादरपोशी के बाद मजार पर कव्वाली कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पूरनपुर से आए मशहूर क़व्वालों ने “भर दे झोली ए मोहम्मद”, “दमादम मस्त कलंदर” जैसे सूफियाना कलाम पेश कर माहौल को भक्तिमय कर दिया। कव्वालों की प्रस्तुतियों ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।

शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोहाघाट थाने के एसएसआई भुवन कोहली के नेतृत्व में पुलिस बल लगातार मुस्तैद रहा।

उर्स कमेटी के अध्यक्ष जोली और मुतवल्ली बाबा हसमत ने जानकारी दी कि शनिवार रात भी मजार पर कव्वालों की महफिल सजेगी और रविवार सुबह ‘मुल्क की अमन-चैन’ के लिए विशेष दुआ मांगी जाएगी। इसके पश्चात कुल शरीफ के साथ तीन दिवसीय उर्स का समापन होगा।

इस अवसर पर मौलाना जियाउल मुस्तफा ने सभी को उर्स की बधाई देते हुए कहा कि यह आयोजन क्षेत्र में भाईचारे, सौहार्द और धर्मिक एकता की मिसाल है।