सुविख्यात कैंची धाम स्थापना दिवस आज श्रद्धा और उल्लास से मनाया गया

सुविख्यात कैंची धाम स्थापना दिवस आज श्रद्धा और उल्लास से मनाया गया

नैनीताल

संपूर्ण श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ आज सुविख्यात कैंची धाम का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। महायोगी, महाप्रतापी, युगदृष्टा नीम करोली बाबा की तपोभूमि पर आज जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालु सुबह से ही दर्शन और पूजन के लिए कैंची धाम पहुंचने लगे। बाबा की झलक पाने और अपनी मुरादों को कहने के लिए आम से लेकर खास तक ने सिर नवाया।

उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम आज न केवल देश, बल्कि विदेशों में बसे श्रद्धालुओं की भी आस्था का केंद्र बन चुका है। प्रत्येक वर्ष 15 जून को धाम में स्थापना दिवस पर विशाल मेले का आयोजन होता है। इस मौके पर लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन को यहां पहुंचते हैं।

मेले के सफल आयोजन के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और आईजी पुलिस रिद्धिम अग्रवाल के नेतृत्व में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई। पुलिस और प्रशासन की टीम लगातार निगरानी में जुटी रही। साथ ही स्थानीय श्रद्धालुओं और स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी व्यवस्था में सहयोग किया।

स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पर्यटन, धर्म एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज, सांसद अजय भट्ट, नैनीताल विधायक सरिता आर्या, पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र दुर्गा पाल, महामंडलेश्वर सोमेश्वर यति जी महाराज तथा मानव उत्थान सेवा समिति के राष्ट्रीय संगठन सचिव महात्मा सत्यबोधानंद जी ने शुभकामनाएं प्रेषित कीं।

धाम परिसर ‘बोलिए नीम करोली बाबा की जय’, ‘कैंची धाम की जय’ जैसे जयकारों से गूंज उठा। भक्तों ने बाबा के चरणों में पुष्प अर्पित किए और ‘अखंडानंद बोधाय शिष्य संताप हारिणे, सच्चिदानंद रूपाय तस्मै श्री गुरवे नमः’ का सामूहिक उच्चारण कर दिव्य अनुभूति प्राप्त की।

स्थापना दिवस के अवसर पर विशेष भंडारे और पूजन कार्यक्रम आयोजित किए गए। भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया और धाम की दिव्यता का अनुभव कर श्रद्धालु भाव-विभोर नजर आए।

कैंची धाम की आध्यात्मिक ऊर्जा और बाबा नीम करोली की कृपा पाने के लिए हर वर्ष बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या इस बात का प्रमाण है कि यह स्थान अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक प्रेरणा केंद्र बन चुका है।