शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने बदरीनाथ में किए दर्शन, पूजा-अर्चना कर दिया आशीर्वाद

शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने बदरीनाथ में किए दर्शन, पूजा-अर्चना कर दिया आशीर्वाद

बद्रीनाथ धाम

संजय कुंवर

आज मंगलवार को शुभ मुहूर्त में शंकराचार्य 1008 स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज ने श्री बदरीविशाल के दर्शन कर विशेष वेदपाठ और पूजा-अर्चना संपन्न की। उन्होंने लोककल्याण की कामना करते हुए मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं को आशीर्वचन दिए। दर्शन से पूर्व नर पर्वत स्थित बीकेटीसी अध्यक्ष आवास पर शंकराचार्य जी का भव्य स्वागत किया गया, जहां वेदपाठियों ने स्वस्तिवाचन कर स्वागत-सम्मान किया।

श्री बदरीनाथ मंदिर में दर्शन के पश्चात बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने शंकराचार्य जी को शाल, तुलसी माला, भगवान बदरीविशाल का प्रसाद एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

तीर्थयात्रियों को संबोधित किया

मंदिर परिसर में उपस्थित तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए शंकराचार्य जी ने “धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो”, “श्री बदरीनाथ, राम जन्म भूमि, कृष्ण जन्म भूमि, काशी विश्वनाथ की जय” के उद्घोषों के साथ उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य ने देश में चार पीठों की स्थापना कर सनातन धर्म की रक्षा का संकल्प लिया था और आज श्री ज्योतिष पीठ उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है।

उन्होंने कहा कि भगवान श्री बदरीविशाल सभी के अंतःकरण में विराजमान हैं और सभी की यात्रा मंगलमय हो—यह प्रार्थना है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार और बीकेटीसी द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं और संस्कृति संरक्षण के प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की।

अधिकारियों और संतों ने जताया आभार

बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि संतों का मार्गदर्शन यात्रा को सुचारु रूप से संचालित करने में अत्यंत सहायक रहा है और आगे भी संतों का आशीर्वाद प्राप्त होता रहेगा।

बीकेटीसी उपाध्यक्ष और ज्योतिष पीठ पुरोहित ऋषि सती ने कहा कि शंकराचार्य जी का आशीर्वाद सदैव तीर्थ क्षेत्र के साथ रहा है। उन्होंने हक हकूकधारियों, डिमरी पंचायत और पंडा पंचायत के सहयोग के लिए भी आभार व्यक्त किया।

उपस्थित रहे कई संत और अधिकारी

इस अवसर पर ज्योतिष पीठ से दंडी स्वामी शंकरानंद गिरी, स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती, स्वामी विशेश्वरानंद, डिमरी पंचायत उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी, बीकेटीसी प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, श्रेयांस द्विवेदी, पीआरओ अजय समेत कई अधिकारी और श्रद्धालु उपस्थित रहे।