
रुड़की
अरशद हुसैन
रुड़की तहसील परिसर में लेखपाल संघ ने अपनी मांगों को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी है। हड़ताल के पहले ही दिन तहसील के कार्यों में बाधा उत्पन्न हो गई, जिससे आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।


जिलाध्यक्ष देवेश घिल्डियाल ने बताया कि शासन द्वारा लेखपालों को तत्काल जिन खतौनियों को तैयार करने का आदेश दिया गया है

, वे दस्तावेज सामान्यतः तैयार करने में 3 से 4 साल का समय लेते हैं। इसके बावजूद लेखपालों को न तो कोई अतिरिक्त संसाधन दिए गए हैं और न ही तकनीकी सहायता, जिससे कार्य पूरा करना अत्यंत कठिन हो गया है।


घिल्डियाल ने स्पष्ट किया कि जब तक लेखपालों की मांगें पूरी नहीं होतीं, संघ अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद अब तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे लेखपालों में भारी आक्रोश है।


जनता को हो रही परेशानी
हड़ताल के चलते भूमि से जुड़े दस्तावेजों, खतौनी अपडेट, भूमि मापन, नामांतरण जैसे कार्य प्रभावित हो गए हैं। तहसील में दस्तावेजों के सत्यापन व अन्य जरूरी प्रक्रियाएं ठप होने से आम जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रशासन की चुप्पी
फिलहाल प्रशासन की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लेकिन यदि यह हड़ताल लंबी खिंचती है, तो इससे जनहित के कार्यों पर गंभीर असर पड़ेगा।

