लोहाघाट: देवीधार मंदिर में दोबारा चोरी, क्षेत्र में आक्रोश, मंदिरों की सुरक्षा पर उठे सवाल

लोहाघाट: देवीधार मंदिर में दोबारा चोरी, क्षेत्र में आक्रोश, मंदिरों की सुरक्षा पर उठे सवाल

स्थान : लोहाघाट (चंपावत)
रिपोर्ट : लक्ष्मण बिष्ट

लोहाघाट क्षेत्र में एक बार फिर मंदिर में चोरी की वारदात ने क्षेत्रवासियों को झकझोर दिया है। इस बार अज्ञात चोरों ने क्षेत्र के प्रसिद्ध देवीधार मंदिर को निशाना बनाते हुए शनिवार की रात मंदिर का ताला तोड़कर छह घंटियों सहित अन्य सामान चोरी कर लिया।

घटना की जानकारी ग्राम प्रधान प्रशासक सोनू बिष्ट और मंदिर के बाबा बाबूनाथ द्वारा दी गई। उन्होंने बताया कि चोरों ने मंदिर के त्रिशूल से ताला तोड़ा और मंदिर परिसर से महत्वपूर्ण धार्मिक सामग्री चुरा ले गए। चोरी की तहरीर मंदिर कमेटी के सचिव प्रकाश राय और ग्राम प्रधान सोनू बिष्ट द्वारा लोहाघाट थाने में दी गई है।

दूसरी बार चोरी का शिकार बना देवीधार मंदिर

सोनू बिष्ट ने बताया कि यह देवीधार मंदिर में चोरी की दूसरी घटना है। इससे पहले चोरों ने मंदिर से चांदी का छत्र और हनुमान मंदिर से घंटियां चुरा ली थीं। बाद में चांदी का छत्र जंगल में पड़ा मिला था। बार-बार हो रही इन घटनाओं से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश और असुरक्षा की भावना है।

अब लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

ग्राम प्रधान बिष्ट ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा को लेकर अब गंभीर कदम उठाए जा रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से जल्द ही सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

लोहाघाट थाने के एसएचओ अशोक कुमार ने बताया कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है और चोरों की तलाश की जा रही है। उन्होंने सभी मंदिर कमेटियों और ग्रामीणों से मंदिर परिसरों में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाने की अपील की है, जिससे पुलिस को भी अपराधियों तक पहुंचने में मदद मिल सके।

आस्था पर चोट, सुरक्षा पर सवाल

देवीधार मंदिर कलीगांव, रायनगर चौड़ी और डैसली गांव ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की आस्था का केंद्र है। पूर्व में हो चुकीं चोरी की घटनाओं के बावजूद मंदिरों की सुरक्षा को लेकर अभी तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई थी।

स्थानीय लोगों का कहना है कि लाखों रुपये खर्च कर मंदिर बनाए जाते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जाता। अगर आस्था के इन प्रतीकों की रक्षा नहीं हो पाती, तो केवल निर्माण से कोई लाभ नहीं। लोगों ने सामूहिक रूप से सभी मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील की है, ताकि इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग सके और पुलिस की कार्रवाई को भी सहयोग मिल सके।

इस घटना ने न केवल लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है, बल्कि मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा किया है