चारधाम यात्रा पर पूर्व सीएम हरीश रावत का सकारात्मक संदेश, गरिमा दसौनी ने दी सफाई – ‘जिम्मेदार नेता का निभाया फर्ज

चारधाम यात्रा पर पूर्व सीएम हरीश रावत का सकारात्मक संदेश, गरिमा दसौनी ने दी सफाई – ‘जिम्मेदार नेता का निभाया फर्ज

देहरादून

रिपोर्ट-सचिन कुमार

चारधाम यात्रा को लेकर इन दिनों राजनीतिक और सामाजिक चर्चाएं जोरों पर हैं। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया के माध्यम से यात्रा की व्यवस्थाओं और सुरक्षा की तारीफ करते हुए श्रद्धालुओं से अधिक संख्या में आने की अपील की है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के कुछ अन्य वरिष्ठ नेता व्यवस्थाओं में खामियों को लेकर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं।

पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने पोस्ट में लिखा:

केदारनाथ श्रद्धालुओं के लिए बांहें फैलाए खड़ा है, यहां आना पूरी तरह से सुरक्षित है। व्यवस्थाएं संतोषजनक हैं और श्रद्धालुओं को किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है।”

उनकी इस सकारात्मक अपील के बाद कांग्रेस के भीतर ही अलग-अलग सुर सुनाई दिए। हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि:

“हरीश रावत सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड के वरिष्ठतम नेताओं में से एक हैं। उनके कंधों पर यह जिम्मेदारी है कि प्रदेश और चारधाम यात्रा की एक सकारात्मक तस्वीर देश-दुनिया के सामने जाए।”

गरिमा दसौनी ने कहा कि:

“रावत जी ने जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाया है। उन्होंने सुरक्षित यात्रा का संदेश देकर श्रद्धालुओं का विश्वास बढ़ाया है क्योंकि उनकी आवाज का प्रभाव व्यापक है।”

वहीं उन्होंने यह भी जोड़ा कि:

“बच्चे नेता, नौजवान कार्यकर्ता यदि कहीं अव्यवस्था देखते हैं, तो उसे उजागर करना भी जरूरी है। यह लोकतांत्रिक जिम्मेदारी का हिस्सा है।”


पृष्ठभूमि:
हाल ही में चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है, जिसे लेकर चिंताएं जताई जा रही थीं। हरीश रावत का यह कदम यात्रा को प्रोत्साहन देने की दिशा में देखा जा रहा है।


राजनीतिक विश्लेषण:
राजनीतिक हलकों में इसे कांग्रेस के भीतर संतुलन की कोशिश माना जा रहा है, जहां एक ओर सरकार की जवाबदेही तय की जा रही है, तो दूसरी ओर प्रदेश की छवि और धार्मिक पर्यटन को भी नुकसान से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।