
स्थान : रुड़की
रिपोर्ट : प्रवेश राय
रुड़की के डॉक्टर चौधरी पेट हॉस्पिटल में शनिवार को उस समय हंगामा मच गया जब रामनगर निवासी युवक नैतिक अपने जर्मन शेफर्ड डॉग का इलाज करवाने अस्पताल पहुंचा। इलाज के दौरान डॉग की अचानक मौत हो गई, जिससे आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में जोरदार हंगामा किया।


परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर और कंपाउंडर की लापरवाही से उनके डॉग की जान गई। उन्होंने बताया कि सुबह से डॉग का इलाज चल रहा था, लेकिन एक गलत इंजेक्शन लगाए जाने के बाद उसकी हालत बिगड़ती चली गई और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।


घटना की सूचना मिलते ही मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए और अस्पताल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची और अस्पताल के डॉक्टर व कंपाउंडर को अपने साथ कोतवाली ले गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।


डॉग के मालिक नैतिक और उनके परिजन गमगीन नजर आए। नैतिक ने बताया कि उनके डॉग को वह अपने परिवार का सदस्य मानते थे और इस असावधानी ने उन्हें गहरा सदमा पहुंचाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी चार से पांच डॉग्स की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जिनमें लापरवाही की आशंका जताई गई थी।


स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे क्लीनिकों की नियमित जांच की जाए और दोषी डॉक्टरों व स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।


