
रिपोर्टर नाम-: आसिफ इक़बाल
लोकेशन-: रामनगर
रामनगर, 18 अप्रैल – संयुक्त चिकित्सालय रामनगर को पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड से हटाकर सरकारी तंत्र में लाए जाने के बाद प्रबंधन समिति की पहली बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट, सीएमओ डॉ. हरीश पंत, एसडीएम प्रमोद कुमार, सीएमएस डॉ. वीके टम्टा सहित कई अधिकारी और प्रतिनिधि मौजूद रहे।


बैठक में अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। कुल नौ प्रस्तावों पर सहमति बनाते हुए यह संकल्प लिया गया कि अस्पताल को जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाला मॉडल अस्पताल बनाया जाएगा।

विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने जानकारी दी कि 1 अप्रैल से अस्पताल को सरकार ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण भी किया और बताया कि निरीक्षण के दौरान भर्ती मरीज स्वास्थ्य सेवाओं से संतुष्ट दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि अब तक 300 से अधिक मरीज ओपीडी सेवाओं का लाभ ले चुके हैं, और अस्पताल में चिकित्सकों एवं स्टाफ की जो कमी है, उसे शीघ्र पूरा करने की योजना बनाई गई है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अभी कुछ व्यवस्थाएं और संसाधन पीपीपी मोड के संचालकों से हैंडओवर नहीं हुए हैं, जिसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

सीएमओ डॉ. हरीश पंत ने बताया कि अस्पताल में अधिकांश विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती हो चुकी है और शेष स्टाफ की तैनाती भी शीघ्र की जाएगी। उन्होंने कहा कि दवाइयों की भी कोई कमी नहीं है और जल्द ही सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर अस्पताल को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में आदर्श केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा।

