
रिपोट-सचिन कुमार
स्थान -देहरादून
उत्तराखंड की पवित्र चार धाम यात्रा को लेकर प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा संगठन के कार्यकर्ताओं से यात्रा मार्ग पर सेवा कार्यों में भागीदारी की अपील पर अब कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं की नजर चार धाम मार्ग पर छोटे-छोटे व्यवसाय करने वाले स्थानीय लोगों की आजीविका पर है।


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यात्रा मार्ग पर सैकड़ों स्थानीय लोग छोटे-छोटे ठेले लगाकर स्थानीय उत्पाद और खाने-पीने का सामान बेचते हैं, जिनसे उनकी आजीविका चलती है। उन्होंने कहा, “भाजपा कार्यकर्ता सेवा के नाम पर इन छोटे कारोबारों पर कब्जा जमाने की मंशा रखते हैं। वे अब यात्रा मार्ग पर जाने की बात कर रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों का रोजगार खतरे में है।”


अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर भी लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को चार धाम यात्रा मार्ग पर कार्य करने से रोक रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि “50 प्रतिशत से अधिक घोड़े-खच्चर चलाने वाले लोग अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं, और अब भाजपा कार्यकर्ता शायद वह काम भी खुद करना चाहते हैं।”

भाजपा का पलटवार: सेवा कार्य को बताया “सनातन धर्म की परंपरा”
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से सनातन विरोधी रही है और अब सेवा कार्यों पर भी सवाल उठाकर अपनी मानसिक स्थिति का परिचय दे रही है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “हमारे कार्यकर्ता सेवा भाव से चार धाम यात्रा मार्गों पर जा रहे हैं। ‘अतिथि देवो भव’ की परंपरा को निभाना हमारी संस्कृति का हिस्सा है। कांग्रेस इस पर भी राजनीति कर रही है। उनका मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है, इसलिए ऐसे बेबुनियाद आरोप लगा रही है।”
चार धाम यात्रा आगामी दिनों में आरंभ होने वाली है और उससे पहले ही इसे लेकर शुरू हुई सियासी बयानबाजी ने यात्रा मार्ग पर माहौल को गर्म कर दिया है। स्थानीय लोगों की चिंता और राजनीतिक दलों की टकराहट इस बार की यात्रा को कई मायनों में अलग बना सकती है।

