
रिपोर्टर सुनील सोनकर
मसूरी
मसूरी, 13 अप्रैल।
पहाड़ों की रानी मसूरी में इस वर्ष पहली बार हनुमान जयंती के अवसर पर बजरंग दल द्वारा भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर शहर में भक्ति और उल्लास का अनूठा संगम देखने को मिला। कार्यक्रम की शुरुआत मसूरी के सनातन धर्म मंदिर से हुई, जहां से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो वाल्मीकि मंदिर तक पहुंची।


शोभायात्रा के दौरान भक्त हनुमान जी के भजनों पर झूमते नजर आए, तो वहीं कई कलाकार हनुमान जी की वेशभूषा और गदा धारण किए शोभायात्रा का आकर्षण बने। रास्ते भर लोगों ने शोभायात्रा का सद्भावपूर्वक स्वागत किया और हनुमान जी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

बजरंग दल के अध्यक्ष संदीप ने बताया कि मसूरी में पहली बार इतनी भव्यता से हनुमान जयंती मनाई गई, जिससे क्षेत्रवासियों में खासा उत्साह देखने को मिला। उन्होंने कहा, “इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को सनातन धर्म और अपनी संस्कृति से जोड़ना है, क्योंकि आज का युवा पश्चात संस्कृति की ओर आकर्षित हो रहा है। ऐसे आयोजनों से उन्हें अपनी जड़ों की ओर लौटने का अवसर मिलेगा।”

शहर के विभिन्न प्राचीन हनुमान मंदिरों में सुंदरकांड पाठ और भंडारे का आयोजन किया गया, जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं और पूरा शहर जय हनुमान के जयकारों से गूंज उठा।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी को कलियुग के जीवित देवता और शिव के अंश के रूप में पूजा जाता है।

उन्हें वायुपुत्र, केसरी नंदन और संकटों का नाश करने वाला देवता माना जाता है। श्रद्धालुओं ने पूरे भक्ति भाव से उनकी पूजा की और मनोकामना पूर्ति की कामना की।
इस आयोजन ने मसूरी में एक नया अध्याय जोड़ा है, जहां धर्म और संस्कृति की गूंज फिर से सुनाई देने लगी है।

