गुमदेश क्षेत्र में तीन दिवसीय ऐतिहासिक चेतोला मेला: चमू देवता की पूजा-अर्चना के साथ हुआ भव्य शुभारंभ

गुमदेश क्षेत्र में तीन दिवसीय ऐतिहासिक चेतोला मेला: चमू देवता की पूजा-अर्चना के साथ हुआ भव्य शुभारंभ

स्थान:लोहाघाट (चंपावत)

रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट

गुमदेश क्षेत्र में तीन दिवसीय ऐतिहासिक चेतोला मेला शुरू, ढोल-नगाड़ों के साथ चमू देवता की पूजा
लोहाघाट (गुमदेश), 06 अप्रैल
लोहाघाट ब्लॉक के गुमदेश क्षेत्र में तीन दिवसीय ऐतिहासिक चेतोला मेले का कल पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ भव्य शुभारंभ हुआ। चमू देवता की पूजा-अर्चना के साथ नौ गांवों से आए जत्थों ने ढोल-नगाड़ों और जयकारों के साथ मंदिर की परिक्रमा की। इस मौके पर सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर परिसर में उपस्थित रहे।

मेला कमेटी के अध्यक्ष खुशाल सिंह धोनी के निर्देशन में आयोजित इस मेले को लेकर पूरे क्षेत्र में भारी उत्साह है। बड़ी संख्या में प्रवासी ग्रामीण और बहन-बेटियां भी चेतोला पहुंचीं। क्षेत्र के पंडित मदन कलोनी और ग्राम प्रधान प्रशासक युगल धोनी ने जानकारी दी कि आज पूजा के पश्चात चमू देवता के खाली रथ को भक्तों द्वारा जयकारों के साथ मड़गांव ले जाया गया, जहां रात्रि जागरण का आयोजन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि 07 अप्रैल को मेले का मुख्य आयोजन होगा। सुबह पूजा के बाद चमू देवता के डोले को मड़गांव से ढोल-नगाड़ों के साथ जमानीगढ़ व चौपता होते हुए चमू देवता मंदिर लाया जाएगा। वहां विशेष परिक्रमा और चावल के पापड़ों का प्रसाद अर्पित किया जाएगा।

मेले को पूरी तरह नशा मुक्त रूप में मनाया जा रहा है। मेला कमेटी ने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर मेले को सफल बनाएं।

गौरतलब है कि प्राचीन मान्यता के अनुसार, चमू देवता ने इस क्षेत्र को बकासुर राक्षस के आतंक से मुक्त किया था, तभी से चेतोला मेले का आयोजन होता आ रहा है।