
लोकेशन :- लालकुआँ
रिपोर्टर :- मुन्ना अंसारी
उत्तराखण्ड बेरोजगार संगठन ने शनिवार को सेंचुरी पेपर मिल द्वारा बिन्दुखत्ता क्षेत्र में फैलाए जा रहे प्रदूषण और पूर्व में दिए गए लिखित आश्वासनों के पालन न होने पर नाराजगी जताते हुए उपजिलाधिकारी लालकुआँ को एक ज्ञापन सौंपा। संगठन ने मिल से संबंधित अन्य संस्था को हस्तांतरित प्रक्रिया को तत्काल निरस्त करने की मांग भी की।


प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश उत्तराखण्डी ने कहा कि सेंचुरी पेपर मिल पिछले लंबे समय से बिन्दुखत्ता के रिहायशी इलाके घोड़ानाला में रासायनिक अपशिष्ट युक्त जल का अवैध रूप से बहाव कर रही है, जिससे स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और जीवन पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को लेकर कई बार जन आंदोलन, आमरण अनशन और “नाला रोको, जीवन बचाओ” जैसे अभियान चलाए गए हैं, लेकिन समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है।

प्रकाश उत्तराखण्डी ने यह भी कहा कि यह समस्या कोई नई नहीं है। 18 अगस्त 1993 को तत्कालीन उपजिलाधिकारी शकुंतला गौतम द्वारा इस विषय में वाद दायर किया गया था, जो यह साबित करता है कि यह एक दीर्घकालिक और गंभीर मुद्दा है, जिस पर अभी तक ठोस कार्यवाही नहीं की गई है।

ज्ञापन में संगठन ने मांग की है कि:
- सेंचुरी मिल द्वारा प्रदूषित नाले को लेकर दिए गए लिखित आश्वासनों का तत्काल पालन करवाया जाए।
- किसी अन्य संस्था को नाले के उपयोग या संचालन की प्रक्रिया को तुरंत निरस्त किया जाए।
- स्थानीय लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इस विषय में उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।
- यदि मिल प्रबंधन समाधान में असफल रहता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
उत्तराखण्ड बेरोजगार संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को शीघ्र नहीं माना गया, तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।


