हल्द्वानी नया बाजार में अग्निकांड की झूठी खबर ने ली मां-बेटे की जान

हल्द्वानी नया बाजार में अग्निकांड की झूठी खबर ने ली मां-बेटे की जान

हल्द्वानी

हल्द्वानी के नया बाजार में हुए अग्निकांड में दुकान जलने की झूठी खबर ने मां और उसके 11 साल के बेटे की जान ले ली। जबकि बड़ा बेटा जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है। तीन पारिवारिक शादी में शामिल होने मुरादाबाद गए थे और दुकान में आग की खबर लगते ही वापस लौट पड़े, लेकिन रामपुर रोड पर कार भयावह हादसे का शिकार हो गई। पलभर में शादी के घर में मातम पसर गया। दुकान में आग की झूठी खबर से हुई मौत से मृतका के परिवार में कोहराम मचा है।

बेटे ने फेसबुक लाइव पर देखा अग्निकांड
नया बाजार में जिन पांच दुकानों में आग लगी, उन्हीं दुकानों के बगल में लाइन नंबर 17 आजादनगर बनभूलपुरा निवासी मो.आरिफ की सिलाई की दुकान है। आरिफ यहां अपनी पत्नी शबाना, बेटे मो.अब्दुल रहमान और 11 वर्ष के याजान सैफी के साथ रहते थे। शबाना के मुरादाबाद स्थित मायके में शादी समारोह था। रविवार को सुबह ही शबाना अपने दोनों बेटों के साथ कार से मुरादाबाद रवाना हो गई। बताया जाता है कि रात फेसबुक लाइव पर बड़े बेटे अब्दुल ने नया बाजार में आग की घटना देखी।

रात 2 बजे रामपुर रोड पर हुआ हादसा
अब्दुल ने पिता आरिफ को फोन किया और घटना के बारे में पूछा। आरिफ ने बताया कि दुकान में आग नहीं लगी है और वह लोग आराम से शादी में रहें, लेकिन अब्दुल का मन नहीं माना। उसने कुछ लोगों से फोन पर बात की। जिनसे बात हुई उन्होंने बताया कि आग की चपेट में उनकी भी दुकानें आ गईं। जिसके बाद अब्दुल एक पल मुरादाबाद में नहीं रुका। वह कार लेकर अपनी मां और छोटे भाई के साथ हल्द्वानी के लिए रवाना हो गए और रात करीब दो बजे कार बेलबाबा मंदिर के पास हादसे का शिकार हो गई।

शादी से लौट कर बेटे को देना था पेपर
रविवार को मुरादाबाद में शादी थी और सोमवार को मो.आरिफ के बेटे का पेपर था। मो. आरिफ ने बताया कि उनका बेटा नैनीताल रोड ​स्थित एक प्रति​ष्ठित स्कूल में कक्षा छात्र था। सोमवार को उसका पेपर था। तय था कि सोमवार सुबह ही तीनों हल्द्वानी पहुंच जाएंगे, जिसके बाद बेटा पेपर देने जाएगा। उन्होंने कहा, अगर बेटा उनकी बात मान लेता तो आज ये दिन न देखना पड़ता।

पिता की नही मानी, दोस्तों पर किया भरोसा
आग में पांच दुकानें खाक हुईं। जब आग लगी तो मो.यासीन की दुकान में धुआं भरने लगा। आग उनकी दुकान तक पहुंचती, इससे पहले ही उन्होंने दुकान खाली कर ली थी। फोन पर वह बार-बार अपने बेटे से कह रहे थे कि दुकान सुरक्षित है, लेकिन अब्दुल ने पिता की बात मानने के बजाय अपने एक दोस्त लवी की बात पर भरोसा किया और हल्द्वानी के लिए निकल पड़ा।

गड्डे में फिसली स्कूटी, डंपर ने बच्चे को रौंदा
गोरापड़ाव में दर्दनाक हादसा हुआ, जहां स्कूल जा रहे बच्चे को डंपर ने कुचल दिया। हादसा एक गड्ढे की वजह से हुआ। जानकारी के मुताबिक अर्जुनपुर निवासी राधेश्याम का बेटा अरविंद कश्यप (6 वर्ष) पास ही स्थित एक स्कूल में पढ़ता है। वह स्कूटी से बेटे को स्कूल छोड़ने जा रहे थे। गोरापड़ाव में सड़क के गड्ढे की वजह से उनकी स्कूटी फिसल गई और अरविंद सड़क पर जा गिरा। वह संभल पाता, इससे पहले पीछे से आए तेज रफ्तार डंपर ने उसे कुचल दिया। अरविंद की मौके पर ही मौत हो गई।

घरवाले तलाश रहे थे बहू, बेटे की हो गई मौत
मूलरूप से आलिपपुर लखीमपुर खीरी निवासी रोहित (27 वर्ष) पुत्र सोहन लाल सितारगंज में किराए के कमरे में रहता था और वहीं काम करता था। परिजनों के मुताबिक उसकी शादी के लिए लड़की की तलाश चल रही थी। बीती 12 दिसंबर की शाम वह दोस्त के साथ साइकिल से कहीं जा रहा था। सितारगंज-चोरगलिया के बीच एक बाइक सवार ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। साथी को मामूली चोट आई, जबकि रोहित को उपचार के लिए डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में रविवार को मौत हो गई।