
स्थान:लोहाघाट (चंपावत)
रिर्पोट:लक्ष्मण बिष्ट

लोहाघाट ब्लाक के नेपाल सीमा से लगे गाँवो सेलपेड़ू , सुनकुरी , जिंडी , सुल्ला, पासम, मटियानी में गौरा महोत्सव को बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। जहां पुरुषों के द्वारा महाभारत व रामायण कालीन गाथाओं का गायन किया जा रहा है तो वहीं

महिलाओं के द्वारा मां गौरा महेश्वर की प्रतिमा के सामने मांगलिक गीत गाए जा रहे हैं गोरा गायन को लेकर बुजुर्गों में काफी जोश देखने में नजर आ रहा है वही पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजपाल सिंह व पंडित मदन कलोनी ने बताया सीमावर्ती गाँवो के

प्रवासी जो रोजगार के लिए अन्य राज्यों में पूरे वर्ष भर रहते हैं वह सभी एक हप्ते तक चलने वाले गौरा महोत्सव में शामिल होने अपने-अपने गांवो में पहुंचे हुए हैं। जो पूरे जोश से महोत्सव को सफल बनाने में जुटे हैं।

उन्होंने बताया 25अगस्त से एक सितंबर तक चलने वाले इस महोत्सव में रामायण व महाभारत कालीन गाथाओं का गायन किया जाता है महोत्सव में विशेष आकर्षण का केंद्र धूमारी व स्याली गायन होता हैं उन्होंने कहा यह उनके बुजुर्गों की धरोहर है

जिसे संभाल कर रखना उनका कर्तव्य है।महोत्सव के अंतिम दिन एक सितम्बर को सुनकुरी में विशाल मेले का आयोजन होगा जिसमें हजारों लोग माँ के दर्शन के लिए आते हैं। महोत्सव को सफल बनाने के लिए मंदिर समिति व युवा वर्ग के द्वारा भरपूर सहयोग किया जा रहा है

