रिर्पोट:लक्ष्मण बिष्ट
स्थान: चंपावत
मुख्यमंत्री के जिले चंपावत जिले में तमाम दावों के बावजूद पहाड़ में स्वास्थ्य सुविधाएं ढर्रे पर नहीं आ रही हैं। इसी का नतीजा रहा कि एक प्रसूता को जान गंवानी पड़ी।
डॉक्टर महिला को एक से दूसरे अस्पताल रेफर करते रहे अंत में महिला जिंदगी की जंग हार गई। जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल के बाहर जमकर प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार का पुतला दहन किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी में स्वास्थ्य सुविधाओं के हाल बेहाल हैं। चंपावत का जिला अस्पताल ही खुद बीमार है। तो मरीजों का इलाज कैसे संभव हो
पाएगा। बीते दिनों तल्ली चानमारी लोहाघाट निवासी अमिशा (26) को रविवार रात प्रसव पीड़ा होने लगी। रात एक बजे परिजन उसे लेकर उपजिला चिकित्सालय लोहाघाट पहुंचे। अमिशा को अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों
ने हायर सेंटर भेज दिया। तड़के करीब 3:20 बजे उसे चंपावत जिला अस्पताल लाया गया। यहां एलएमओ ने उसका उपचार शुरू किया। 3:35 बजे सामान्य प्रसव हुआ और अमिशा ने बेटे को जन्म दिया। पूर्व कांग्रेस विधायक हेमेश खर्कवाल ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र का यह हाल है
तो अन्य क्षेत्रों का अंदाजा स्वतः ही लगाया जा सकता है। व्यवस्था सुधारने में यहां भी अफसर गंभीर नहीं हैं। जिला अस्पताल में दो गायनोकॉलोजिस्ट तैनात हैं, लेकिन दो सप्ताह से दोनों अवकाश पर हैं। बारिश की वजह से पहाड़ की कई सड़कें अभी बंद हैं, ऐसे में समय पर अस्पताल पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है। इन असुविधाओं को खामियाजा लोगों को अपनी जान गंवाकर चुकाना पड़ रहा है। यही हाल है कि पैदा होते ही नवजात शिशु के सिर से मां का साया छिन गया।