इमाम हुसैन की शहादत से मिला अमन का पैगाम, शांतिपूर्ण ढंग से मनाया गया मोहर्रम पर्व

इमाम हुसैन की शहादत से मिला अमन का पैगाम, शांतिपूर्ण ढंग से मनाया गया मोहर्रम पर्व

स्थान सितारगंज
रिपोट तनवीर आंसरी

शहर में मोहर्रम पर्व को लेकर धर्म और सद्भाव की मिसाल पेश की गई। जामा मस्जिद के शाही इमाम साकिब रज़ा ज़ियाई ने इस मौके पर कहा कि इमाम हुसैन की शहादत पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा पैगाम है

उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन ने इस्लाम और इंसानियत के लिए जान कुर्बान कर दी, लेकिन जुल्म और अन्याय के सामने झुके नहीं।

शाही इमाम ने कहा, “असली हुसैनी वही है, जो इमाम हुसैन के रास्ते पर चले और बुराइयों से दूर रहे।” उन्होंने समाज से अहिंसा, झूठ, नफरत और अन्य सामाजिक बुराइयों को खत्म करने की अपील की।

शहर भर में निकाले गए मोहर्रम के जुलूस पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण रहे। समुदाय के लोगों ने मोहल्लों में पानी की छबीलें लगाईं और राहगीरों को शरबत व पानी पिलाकर सेवा भाव का उदाहरण प्रस्तुत किया।

वहीं, पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद नजर आया। संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो।

इस मौके पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने भी एकजुटता और भाईचारे की मिसाल पेश की। मोहर्रम का यह पर्व न सिर्फ इमाम हुसैन की कुर्बानी की याद दिलाता है, बल्कि इंसानियत, सब्र और अमन का संदेश भी देता है।