
स्थान: रामनगर,
संवाददाता: सलीम अहमद साहिल
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हालिया जंगल सफारी और पर्यावरणीय जागरूकता अभियान ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली की छवि को जीवंत कर दिया है। कॉर्बेट नेशनल पार्क में मुख्यमंत्री धामी की सक्रियता, जनभागीदारी और प्रकृति से जुड़ाव ने 2019 की उस ऐतिहासिक यात्रा की याद दिला दी जब प्रधानमंत्री मोदी ने मशहूर ब्रिटिश एडवेंचरर बेयर ग्रिल्स के साथ ‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ शो की शूटिंग की थी।


कॉर्बेट पार्क के घने जंगलों में घूमते हुए, हाथ में लाठी लेकर वन विभाग के रेंजर्स के साथ ट्रैकिंग करते हुए और 7-खिड़की वाले कपोला से प्रकृति का सौंदर्य निहारते हुए मुख्यमंत्री धामी ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह सिर्फ एक प्रशासनिक प्रमुख नहीं, बल्कि ‘ब्रांड उत्तराखंड’ के सशक्त प्रचारक के रूप में उभर रहे हैं।



इस विशेष अवसर पर राज्य में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की शुरुआत भी हुई, जिसके तहत वन विभाग की टीम, स्थानीय समुदाय और पर्यावरण प्रेमियों के सहयोग से 1000 से अधिक पौधे रोपे गए। मुख्यमंत्री ने इसे मात्र वृक्षारोपण नहीं, बल्कि मातृत्व और प्रकृति के प्रति श्रद्धांजलि का प्रतीक बताया।


मुख्यमंत्री ने वन विभाग की टीम के साथ संवाद कर उनके प्रयासों की सराहना की और पर्यावरणीय संरक्षण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि कॉर्बेट पार्क, न केवल उत्तराखंड की बल्कि पूरे देश की धरोहर है, और इसके संरक्षण की जिम्मेदारी हम सभी की है।
मोदी सर्किट और धामी की समानता


गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी की कॉर्बेट यात्रा के बाद राज्य पर्यटन विभाग ने ‘मोदी सर्किट’ की अवधारणा पर कार्य आरंभ किया था, जिसमें उन सभी स्थलों को शामिल किया गया, जहाँ प्रधानमंत्री मोदी गए थे। मुख्यमंत्री धामी की यह यात्रा उसी कड़ी को आगे बढ़ाती दिखी — एक नेतृत्वकर्ता जो न केवल प्रशासन चलाता है, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक, प्राकृतिक और पर्यटन पहचान को सशक्त करता है।
जनता से जुड़ाव की रणनीति

धामी की कार्यशैली में स्पष्ट तौर पर प्रधानमंत्री मोदी की जनसंपर्क रणनीति की झलक दिखाई देती है। जन भावनाओं से जुड़ना, सरल भाषा में संवाद करना, और जन अभियानों में सक्रिय भागीदारी — ये सभी उनके नेतृत्व की प्रमुख विशेषताएं बनती जा रही हैं। इस सफारी और वृक्षारोपण अभियान के माध्यम से मुख्यमंत्री ने यह संदेश स्पष्ट कर दिया कि सरकार सिर्फ योजनाएं नहीं बनाती, बल्कि धरातल पर उतरकर आम जनता के साथ मिलकर उन्हें क्रियान्वित करती है।

ब्रांड उत्तराखंड की नई पहचान
मुख्यमंत्री धामी अब केवल राजनीतिक नेतृत्वकर्ता नहीं, बल्कि उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर के रूप में सामने आ रहे हैं। उनकी यह भूमिका राज्य की पर्यटन, पर्यावरण और रोजगार आधारित नीतियों को नया आयाम दे रही है। पर्यटकों के लिए यह संदेश भी स्पष्ट है — उत्तराखंड न केवल प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग है, बल्कि एक ऐसा प्रदेश है, जहाँ नेतृत्व स्वयं जंगलों में उतरकर उनकी रक्षा करता है।

