स्वामी रामदेव ने कावड़ यात्रा विवाद पर दिया बयान, कहा—नाम बदलकर व्यापार करना धार्मिक और व्यावहारिक रूप से गलत

स्वामी रामदेव ने कावड़ यात्रा विवाद पर दिया बयान, कहा—नाम बदलकर व्यापार करना धार्मिक और व्यावहारिक रूप से गलत

हरिद्वार

कावड़ यात्रा के दौरान नाम बदलकर ढाबा और होटल चलाने को लेकर चल रहे विवाद पर योग गुरु स्वामी रामदेव ने अपने विचार व्यक्त किए हैं। हरिद्वार में मीडिया से बातचीत के दौरान स्वामी रामदेव ने कहा कि जैसे हिंदू होने पर हमें गर्व है

, वैसे ही सभी मुसलमानों को भी अपने धर्म पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि सभी मुसलमानों के पूर्वज हिंदू थे, इसलिए नाम बदलने का कोई औचित्य नहीं है। उनका मानना है कि हर व्यवसायी को अपना वास्तविक नाम ही उजागर करना चाहिए।

स्वामी रामदेव ने कहा कि अगर ग्राहकों की इच्छा होगी तो वे उस होटल या ढाबे पर जाकर खाना खाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि नाम बदलकर व्यापार करना न केवल व्यावहारिक दृष्टि से गलत है, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी इसे सही नहीं माना जा सकता।

इसके अलावा, महाराष्ट्र में मराठी और हिंदी भाषा को लेकर चल रहे विवाद पर योग गुरु ने कहा कि देश की सभी भाषाओं का सम्मान किया जाना चाहिए, जिसमें मराठी भी शामिल है।

उन्होंने अपील की कि भाषा, वर्ग या संप्रदाय के नाम पर हिंदुओं को एक-दूसरे से लड़ना नहीं चाहिए क्योंकि इससे सनातन धर्म और राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुंचता है।

स्वामी रामदेव ने सभी से एकता और सद्भाव बनाए रखने की अपील की ताकि देश में सौहार्दपूर्ण माहौल कायम रहे।