
स्थान : सितारगंज
रिपोर्ट : तनवीर अंसारी


नगर में बीते कई दिनों से मिल रहे दूषित पानी ने डायरिया का विकराल रूप ले लिया है। नगर के वार्ड नंबर 3 और 4 में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। क्षेत्र में उल्टी-दस्त से परेशान सैकड़ों लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। सरकारी के साथ-साथ निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।


जिला उप चिकित्सालय के डायरिया विशेषज्ञ डॉ. अतुल कुमार के अनुसार, बीते चार से पांच दिनों में 300 से अधिक मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि अभी भी 50 से अधिक मरीज विभिन्न वार्डों में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि पानी के सैंपल की जांच में कैलीफॉर्म बैक्टीरिया की पुष्टि हुई है, जो डायरिया फैलाने का मुख्य कारण है।


स्थानीय निवासियों में इस बीमारी को लेकर डर और दहशत का माहौल है। वार्ड नंबर 3 के सभासद रिहान अंसारी ने बताया कि लोग अब टंकी का पानी पीने से परहेज कर रहे हैं और मजबूरी में नालों का पानी उपयोग में ला रहे हैं। उन्होंने जल संस्थान और प्रशासन से अपील की है कि जल आपूर्ति की व्यवस्था को तुरंत ठीक किया जाए।


प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि शिकायतों के बावजूद नगर प्रशासन ने समय रहते कोई कदम नहीं उठाया। यदि पहले पानी की गुणवत्ता की जांच की जाती और संक्रमण रोका जाता, तो इतनी बड़ी संख्या में लोग बीमार न होते।


आवश्यक कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से पेयजल आपूर्ति की जांच, टंकियों की सफाई और स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की है। यदि जल्द व्यवस्था नहीं सुधरी, तो हालात और भी गंभीर हो सकते हैं।


