चंपावत में वन विभाग की निष्प्रयोजन संपत्तियां बनेंगी ईको टूरिज्म केंद्र

चंपावत में वन विभाग की निष्प्रयोजन संपत्तियां बनेंगी ईको टूरिज्म केंद्र

स्थान:लोहाघाट (चंपावत)
रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट

वन विभाग चंपावत अब अपनी निष्प्रयोजन पड़ी संपत्तियों को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य कर रहा है, ताकि जिले में पर्यटकों की संख्या बढ़ाई जा सके।मंगलवार को वन आयोग उपाध्यक्ष श्याम नारायण पांडे और डीएफओ नवीन चंद्र पंत ने लोहाघाट में इन संपत्तियों का निरीक्षण किया।

डीएफओ पंत ने बताया कि प्रमुख वन संरक्षक के निर्देशों के तहत जिले की सुंदर लोकेशनों पर स्थित आठ पुराने भवनों को ईको टूरिज्म गतिविधियों हेतु विकसित किया जाएगा।

इन भवनों का जीर्णोद्धार, स्थल विकास और साज-सज्जा का कार्य जायका परियोजना के अंतर्गत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चंपावत कभी जिम कॉर्बेट की कार्यस्थली रहा है, लेकिन प्रचार की कमी के चलते यह जानकारी आम लोगों तक नहीं पहुंची।

डीएफओ ने बताया कि पूरे जिले को ईको टूरिज्म के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा और इन केंद्रों का संचालन स्थानीय युवाओं व महिला समूहों के माध्यम से किया जाएगा, जिससे उन्हें रोजगार के अवसर मिल सकें।

वहीं, वन आयोग उपाध्यक्ष श्याम नारायण पांडे ने इसे एक अभिनव पहल बताया और कहा कि इन केंद्रों से होने वाली आय से ही उनकी देखरेख और संचालन किया जाएगा। उन्होंने आशा जताई कि योजना के सफल क्रियान्वयन से पर्यटन में बढ़ोत्तरी और स्थानीय रोजगार दोनों को बल मिलेगा।

निरीक्षण के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा, सभासद आशीष राय सहित कई स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।