
देहरादून
केरल में शनिवार को मानसून ने दस्तक दे दी है और इसके साथ ही देशभर में वर्षा ऋतु की शुरुआत हो गई है। उधर, उत्तराखंड में भी इस बार मानसून के दौरान जमकर बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।


मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश में इस बार सामान्य से अधिक वर्षा के आसार हैं, जिससे खासकर पर्वतीय जिलों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से पहले ही पूर्वानुमान जारी किया जा चुका है, जिसमें आगामी महीनों में तेज और लगातार बारिश की चेतावनी दी गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून के प्रभाव से पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन, बाढ़, और सड़क मार्ग अवरुद्ध होने जैसी समस्याएँ सामने आ सकती हैं।

मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के मुताबिक, “जून से सितंबर तक देशभर में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं रहेगा। पर्वतीय जिलों में भारी बारिश के कई दौर हो सकते हैं, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सावधानी बरतनी होगी।”

मौसम विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 24 दिनों में उत्तराखंड में 59 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। यह ट्रेंड आने वाले मानसून सीजन में भारी बारिश की ओर इशारा करता है।
मौसम विभाग ने बताया कि उत्तराखंड में मानसून के 10 से 20 जून के बीच दस्तक देने की संभावना है। विभाग द्वारा आगामी दिनों में और भी पूर्वानुमान जारी किए जाएंगे ताकि प्रशासन और आम जनता समय रहते सतर्क हो सके।

सावधानी ही सुरक्षा:
मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन और नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी पर नजर बनाए रखें और बारिश के दौरान सतर्कता बरतें, विशेष रूप से भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में।

