क्वारब सड़क संकट पर गरजी कांग्रेस, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में डीएम कार्यालय का घेराव

क्वारब सड़क संकट पर गरजी कांग्रेस, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में डीएम कार्यालय का घेराव

रिपोर्ट – नसीम अहमद
स्थान – अल्मोड़ा उत्तराखंड

क्वारब क्षेत्र में दरकती पहाड़ियों और सालभर से खराब पड़ी सड़क व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को अल्मोड़ा में जोरदार प्रदर्शन किया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीएम कार्यालय का घेराव किया।

प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने कलेक्ट्रेट परिसर में बैरिकेडिंग लगाई थी, लेकिन उग्र कांग्रेस कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़कर अंदर घुस आए। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हल्का धक्का-मुक्की का भी दृश्य देखने को मिला।

“कुमाऊं की जीवनरेखा है यह सड़क”

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि क्वारब क्षेत्र की यह सड़क कुमाऊं के चार जिलों — अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चंपावत — को जोड़ती है। पिछले एक साल से सड़क पर कोई कार्य नहीं हो रहा है, जिससे न केवल आवागमन बाधित है बल्कि महंगाई भी चरम पर है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जल्द इस ओर ध्यान नहीं दिया, तो कांग्रेस जन आंदोलन को और तेज करेगी।

“सरकार ने जनता को उनके हाल पर छोड़ा”

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश सरकार को विफल बताते हुए कहा कि कुमाऊं की यह महत्वपूर्ण सड़क लंबे समय से बदहाल है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का पर्यटन और व्यापार दोनों बुरी तरह प्रभावित हो चुके हैं।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार जनता की समस्याओं के प्रति पूरी तरह उदासीन हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधानसभा से लेकर सड़क तक इस मुद्दे को मजबूती से उठाएगी।

ज्ञापन सौंप सरकार से की 6 सूत्रीय मांग

प्रदर्शन के बाद कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें क्वारब मार्ग की तत्काल मरम्मत, सुरक्षा दीवारों का निर्माण, मलबा हटाने, वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था और प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने की मांग की गई।

पृष्ठभूमि:

बता दें कि क्वारब क्षेत्र में पिछले एक साल से लगातार भूस्खलन और दरकते पहाड़ों के चलते सड़क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। यह मार्ग कुमाऊं की प्रमुख लाइफलाइन मानी जाती है। क्षेत्र के व्यापारी, स्कूली छात्र और मरीज भारी असुविधा झेल रहे हैं।

अब देखना यह होगा कि कांग्रेस के इस प्रदर्शन के बाद सरकार जागती है या नहीं। जनता को जल्द राहत मिले, यही अब सभी की मांग है।