
स्थान : देहरादून
रिपोर्ट : सचिन कुमार

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल कार्रवाई को लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। जहां एक ओर कांग्रेस ने सीजफायर को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इसे प्रधानमंत्री के निर्णायक नेतृत्व की जीत बताया है।

भाजपा उत्तराखंड के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि, “जिस तरह से भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की और पाकिस्तान में घुसकर उनके नौ ठिकानों को नेस्तनाबूत किया, वह काबिल-ए-तारीफ है। यह साफ संदेश है कि अब भारत चुप नहीं बैठता, बल्कि जवाब देता है।”

उन्होंने कहा कि देश का नेतृत्व एक ऐसे व्यक्ति के हाथ में है, जिसके लिए ‘नेशन फर्स्ट’ सर्वोपरि है। प्रधानमंत्री के निर्देशन में सेना ने जो साहसिक कदम उठाए, वह पूरे देश ने देखा है।

कांग्रेस पर साधा निशाना
आदित्य कोठारी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि, “एक समय ऐसा था जब सेना के हाथ बंधे होते थे। जवानों को एक गोली चलाने से पहले भी दिल्ली से अनुमति लेनी पड़ती थी। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। आज की सरकार सेना को पूरा समर्थन देती है और निर्णय लेने की आज़ादी भी।”

कांग्रेस की आलोचना पर पलटवार
सीजफायर को लेकर कांग्रेस द्वारा सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों को खारिज करते हुए कोठारी ने कहा कि यह समय राजनीतिक आलोचना का नहीं, बल्कि सेना के हौसले को सलाम करने का है। उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर राष्ट्रहित में फैसले ले रही है और सुरक्षा बलों को पूरा समर्थन दे रही है।

पृष्ठभूमि:
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई जवान शहीद हुए थे। इसके बाद भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के नौ ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की थी, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव गहराया और युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। हालांकि बाद में कूटनीतिक स्तर पर प्रयासों के चलते दोनों देशों के बीच सीजफायर लागू किया गया।


