
स्थान -टनकपुर
सितारगंज मार्ग का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सड़क निर्माण कार्य की धीमी गति पर गहरी नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।

गौरतलब है कि पिछले वर्ष हुई भारी बारिश में गौला पुल के पास स्थित सड़क का एक बड़ा हिस्सा बह गया था। इस क्षति के चलते गौलापार, सितारगंज और टनकपुर जैसे क्षेत्रों में लोगों को आवाजाही में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में लोक निर्माण विभाग (PWD) सड़क को दूसरे मार्ग से दुरुस्त करने की कोशिश कर रहा है, जिसके लिए 100 से अधिक शीशम के पेड़ काटे जा चुके हैं।


हरीश रावत ने चेताया कि यदि मानसून से पहले सड़क निर्माण कार्य को पूरा नहीं किया गया, तो आगामी बारिश के दौरान हालात और भी विकराल हो सकते हैं, जिससे कई इलाकों का संपर्क पूरी तरह टूटने की आशंका है। उन्होंने यह भी बताया कि इस गंभीर मुद्दे पर वह जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता करेंगे।

भाजपा पर तीखा हमला
निरीक्षण के बाद मीडिया से बात करते हुए हरीश रावत ने भाजपा पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि वह चंपावत के प्रसिद्ध गोलूज्यू मंदिर के दर्शन के बहाने “भाजपा के झूठ का पर्दाफाश” करने निकले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में झूठे वादों और दुष्प्रचार के सहारे सत्ता हासिल की।

हरीश रावत ने मुस्लिम यूनिवर्सिटी जैसे संवेदनशील मुद्दों का उल्लेख करते हुए भाजपा पर राज्य में भ्रम फैलाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने अपनी यात्रा को “संस्कृतिक दर्शन यात्रा” का नाम देते हुए कहा कि वह काली कुमाऊं क्षेत्र के आम जनमानस को भाजपा के असली चेहरे से रूबरू कराएंगे।

