
स्थान:लोहाघाट (चंपावत)
रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट
लोहाघाट, 20 अप्रैल: गर्मी बढ़ते ही लोहाघाट नगर में पेयजल संकट ने विकराल रूप धारण कर लिया है। नगरवासी वर्षों से दूषित लोहावती नदी का पानी पीने को मजबूर हैं, जिससे आमजन में गहरी नाराजगी व्याप्त है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि लोग शासन-प्रशासन से अपनी नाराजगी खुले तौर पर जताने लगे हैं।


लोहाघाट विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष विपिन गोरखा ने जानकारी देते हुए बताया कि पेयजल समस्या का मामला मुख्यमंत्री से लेकर जिलाधिकारी तक के संज्ञान में होने के बावजूद आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। केवल डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) बनाकर योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

गोरखा ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकाला गया, तो 1 मई से समिति जनता के साथ मिलकर एसडीएम कार्यालय लोहाघाट में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू करेगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। इस बाबत समिति द्वारा जिलाधिकारी चंपावत को पहले ही लिखित जानकारी दी जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि नगर की पेयजल समस्या का एकमात्र समाधान सरयू लिफ्ट पेयजल योजना है, जिसकी घोषणा स्वयं मुख्यमंत्री ने की थी। संघर्ष समिति ने मांग की है कि इस योजना पर अविलंब कार्य शुरू कर नगर की जनता को राहत पहुंचाई जाए।

नगरवासियों को अब उम्मीद है कि सरकार उनकी समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान देगी और जल्द ही स्थायी समाधान सुनिश्चित करेगी।

