
स्थान:लोहाघाट (चंपावत)
रिपोर्ट: लक्ष्मण बिष्ट
लोहाघाट-राईकोट मार्ग पर ट्यूबवेल के समीप स्थित मैदान में कुछ अराजक तत्वों द्वारा अविरल बहने वाले बंसवाड़ गधेरे को मिट्टी डालकर पाट दिए जाने का मामला सामने आया है। इससे न केवल गधेरा सूख गया है, बल्कि क्षेत्रीय जल स्रोत और पर्यावरण पर भी संकट मंडरा रहा है।


स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों ने इस घटना पर कड़ा आक्रोश जताया है और प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है

कि बंसवाड़ गधेरा न केवल इस क्षेत्र के लिए पेयजल का एक प्रमुख स्रोत है, बल्कि यह लोहावती नदी का एक सहायक भी है। गधेरे का प्रवाह रुकने से आने वाले समय में जल संकट गहराने की आशंका है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए लोहाघाट तहसीलदार जगदीश नेगी ने बताया कि सूचना मिलते ही राजस्व उप निरीक्षक को मौके पर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी और गधेरे के प्रवाह को पुनः सुचारु किया जाएगा।

तहसीलदार ने यह भी चेतावनी दी कि जंगलों, नदियों एवं नालों में मिट्टी या मलबा फेंकने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय निवासियों की मांग
- दोषियों की पहचान कर सख्त कानूनी कार्रवाई
- गधेरे से मिट्टी हटाकर अविरल प्रवाह की बहाली
- भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क निगरानी

