
पंकज सक्सेना
फील्ड हल्द्वानी
हल्द्वानी।
आज हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) के खिलाफ क्रांतिकारी परिवर्तन संघर्ष समिति द्वारा एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। समिति के अध्यक्ष और सदस्यों ने उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य में लागू किए गए UCC कानून का कड़ा विरोध किया और इसे वापस लेने की मांग की।

समिति के अध्यक्ष ने कहा कि, “हम केवल उत्तराखंड के नहीं, बल्कि पूरे भारत के नागरिक हैं। यदि UCC जैसे कानून को लागू करना है तो उसे पूरे देश में समान रूप से लागू किया जाना चाहिए। अकेले उत्तराखंड में इसकी शुरुआत करना न केवल भेदभावपूर्ण है, बल्कि यह कई सामाजिक व संवैधानिक सवाल भी खड़े करता है।”

उन्होंने यह भी कहा कि इस कानून के अंतर्गत महिलाओं को अपने निजी जीवन से जुड़ी कई जानकारियाँ देनी होंगी, जिससे उनके साथ शोषण की आशंका बढ़ जाती है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि रिलेशनशिप और तीन तलाक जैसे संवेदनशील मामलों को भी इस कानून के जरिए निशाना बनाया गया है, जो महिला अधिकारों के विपरीत है।

प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज करते हुए बैनर और पोस्टरों के माध्यम से अपनी बात रखी। सभी ने एक स्वर में मांग की कि जब तक यह कानून पूरे भारत में समान रूप से लागू नहीं किया जाता, तब तक इसे उत्तराखंड से वापस लिया जाना चाहिए।

धरने में महिलाओं, युवाओं और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की भागीदारी भी देखने को मिली। कानून के संभावित प्रभावों को लेकर वक्ताओं ने चिंता जाहिर की और सरकार से इस पर पुनर्विचार की अपील की।

