रामनगर में निजी स्कूलों की मनमानी पर प्रशासन की सर्जिकल स्ट्राइक!

रामनगर में निजी स्कूलों की मनमानी पर प्रशासन की सर्जिकल स्ट्राइक!

रिपोर्टर -: आसिफ इक़बाल

लोकेशन-: रामनगर

किताबों और यूनिफॉर्म को लेकर छापेमारी, कई दुकानों में भारी अनियमितताएं उजागर


निजी स्कूलों की मनमानी और अभिभावकों के आर्थिक शोषण के खिलाफ रामनगर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। एसडीएम राहुल शाह, तहसीलदार तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने रामनगर व पीरूमदारा क्षेत्र में किताबों और स्कूल यूनिफॉर्म की दुकानों पर औचक छापेमारी कर कई अनियमितताओं का खुलासा किया।

छापेमारी के दौरान टीम को ऐसे महंगे पब्लिकेशन की किताबें और स्टेशनरी सामग्री मिलीं, जिन्हें निजी स्कूल अभिभावकों पर जबरन थोप रहे थे। अधिकारियों ने पाया कि एनसीईआरटी की जगह 4 से 5 गुना महंगी किताबें बच्चों को दी जा रही हैं, जो कि सरकार के नियमों का खुला उल्लंघन है।

एसडीएम राहुल शाह ने बताया कि लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई की गई। कई स्कूलों पर आरोप है कि वे यूनिफॉर्म की खरीद एक ही दुकान से कराने के लिए दबाव बना रहे हैं, जिससे अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है।]

प्रशासन ने चेतावनी दी है कि जब तक स्कूल प्रबंधन और अभिभावक संघ के बीच कोई स्पष्ट सहमति नहीं बनती, तब तक किसी भी स्कूल को महंगी किताबें और विशेष दुकान से यूनिफॉर्म थोपने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इस गंभीर मामले में संबंधित दुकानदारों और स्कूल प्रबंधनों को नोटिस जारी करने के निर्देश भी खंड शिक्षा अधिकारी को दे दिए गए हैं। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में किसी अभिभावक का शोषण नहीं होने दिया जाएगा।

एसडीएम ने यह भी घोषणा की कि प्राइवेट स्कूल संचालकों की शीघ्र एक बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें यह तय किया जाएगा कि बिना प्रशासनिक अनुमति कोई भी स्कूल फीस नहीं बढ़ा सकेगा। यदि किसी स्कूल द्वारा नियमों की अनदेखी की गई, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन का साफ संदेश है — शिक्षा के नाम पर व्यापार नहीं चलेगा। सरकार की मंशा है कि शिक्षा सभी के लिए सुलभ, सस्ती और समान हो।