रिपोर्ट- ललित जोशी
स्थान- नैनीताल
सरोवर नगरी नैनीताल व उसके आसपास गाँधी जयंती के अवसर पर स्वच्छता कार्यक्रम समाजिक कार्यकर्ता चन्दन सिंह के नेतृत्व में चलाया गया।
जिसमें स्वच्छता वॉलंटियर्स एवं महिला सहायता समूह द्वारा ठंडी सड़क वं मेट्रोपोल परिसर में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया।गाँधी जयंती अवसर पर दूरस्थ स्कूल महर्षि विद्या मंदिर ताकुला दीप प्रज्वलित कर महात्मा गांधी के भजन को गाया गया।
इस दौरान स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। वही कई प्रतियोगिता में भाग लिया।
इस मौके पर प्रधुत्य जोशी सचिव महिला गृह उद्योग सदन ताकुला ने महात्मा गांधी जी के चरित्र पर पोस्टर के माध्यम से बताया ।गाँधी जी के एकादश ब्रत थे। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण था शरीर श्रम । गांधी जी ने मजदूरों के जीवन में शरीर श्रम कीगरिमा को समझा ।
उन्होंने कहा आजकल इसकी जरूरत है।
श्री जोशी ने कहा आत्मनिर्भरता, आत्मशक्ति खत्म होते जा रही है।
हम सभी लोगों को जो मजदूर हाथ से काम करते हैं । उनकी इज्जत करनी चाहिए।इसी क्रम में ताकुला गृह सदन सदस्य कृष्ण सिंह ने भी महात्मा गांधी के ताकुला आने के बारे में विस्तार से बताया।
आज उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा गाँधी जी को सादा जीवन बहुत प्रिय था। उन्होंने यहाँ आकर एक कुटिया का निर्माण करवाया।इस दौरान विद्यालय के आसपास की सफाई व्यवस्था का बिशेष ध्यान दिया गया।
इस कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा रंगारंग प्रस्तुति तथा निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
अनशक्ति आश्रम सदस्यों के द्वारा प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त बच्चों को पुरस्कार भी दिया गया।
कला प्रतियोगिता में कामाक्षी रजवार ने प्रथम स्थान, तन्मय मेहरा ने द्वितीय स्थान , कुमकुम बिष्ट एवं परिधि रावत के द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया गया.इस दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य निर्मल पांडे ने सभी का धन्यवाद किया।इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य निर्मल पाण्डे, हरीश सिंह बिष्ट अध्यापिका, दीपा बिष्ट, दीपिका गैलाकोटी,खष्टी सिजवाली, रेखा भट्ट, लक्ष्मी जोशी, प्रियंका आर्या, वैशाली हिमानी आर्या व हर्षित जोशी आदि लोग मौजूद रहे। अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य निर्मल पाण्डे ने सभी का आभार व्यक्त किया।इस मौके पर बी टी सी मेंबर हिमांशु पांडे, रमेश पांडे, कृषणा सिंह, केवल कांडपाल, अजय कुमार, बसंत मेहरा, आदि ग्रामीण क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।