जसपुर: हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े धूमधाम से मनाई गई, भगवान रविदास जी की 647 वी जयंती

जसपुर: हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े धूमधाम से मनाई गई, भगवान रविदास जी की 647 वी जयंती

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रिपोटर-प्रदीप श्रीवास्तव

स्थान-जसपुर

जहां पूरे राष्ट्र में भगवान रविदास जी की जयंती बड़े ही धूमधाम, श्रद्धा भाव एवं शांतिमय ढंग से मनाई जा रही है जिसके चलते देवों की भूमि कहलान वाले उत्तराखंड राज्य के जनपद उधम सिंह नगर के जसपुर क्षेत्र के अनेक गांव पतरामपुर, रामनगर वन, श्याम नगर , बाबर खेड़ा , महुबाडबरा सहित कही भगवान रविदास की शोभायात्रा निकल कर, तो कहीं सुंदर पाठ कर जयंती मनाई गई तथा वही गाव धरमपुर दाढ़ीपुरा मैं भी एससी समाज के ग्रामीणों द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी संतो के संत महा संत एवं संत शिरोमणि भगवान रविदास जी की 647 बी जयंती बड़े ही धूमधाम, श्रद्धा भाव एवं शांतिमय ढंग से मनाई गई

जिसमें गांव की अनेक महिलाओ के साथ-साथ छोटे बच्चों ने भी बड़ चढ़कर कर हिस्सा लेते हुए मंदिर पहुंचकर भगवान रविदास जी के भजन गाए और पूजा अर्चना करते हुए झंडा साहिब को पुरानी पराई की जगह नई परायी पहना कर जयंती मनाई जिससे पूरा गांव भगवान रविदास जी के जय कारों से कुंज उठा वही इस संबंध ग्रामीणों ने भगवान रविदास जी के जीवन पर व्याख्यान कर करते हुए बताया

कि इनका नाम भगवान रविदास पड़ा क्योंकि इनका जन्म महा पूर्णिमा को रविवार के दिन हुआ था और उनकी माता का नाम कर्माबाई था और पिता का नाम राहु था जो महान संतों में सबसे श्रेष्ठ और विद्वान थे इस कारण इनको संतो के संत महा संत एवं संत शिरोमणि भगवान रविदास भी कहते हैं जिन्होंने उस समय पृथ्वी पर समाज में फैली कुरीतियों को भी डूर किया था