स्वान गांव में चेतराम रतूड़ी ने चढ़ाया 18 फीट, साढ़े पांच कुंटल का अष्टधातु से बना त्रिशूल,कानपुरगढ को 52 गढों में शामिल करने की मांग

स्वान गांव में चेतराम रतूड़ी ने चढ़ाया 18 फीट, साढ़े पांच कुंटल का अष्टधातु से बना त्रिशूल,कानपुरगढ को 52 गढों में शामिल करने की मांग

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रिपोटर-नवीन चन्दोला

स्थान-नारायणबगड़

चमोली जनपद के विकासखंड नारायणबगड़ के अंतर्गत ग्राम स्वान में चेतराम रतुड़ी द्वारा अष्टधातु का त्रिशूल चढाया जा रहा हैं

त्रिशूल की लंबाई लगभग 18 फीट और वजन 5:30 क्विंटल हैं जिसे आज सोमवार को ग्रामीणों के द्वारा भैरव मंदिर में ले जाया जा रहा है।


चेतराम रतूड़ी ने कोरोना काल के समय विश्व शांति के लिए प्रण लिया था, जिससे कोरोना काल में जो लोग घर वापस आए और गांव से पलायन रुके, वही प्रण पूरा करने के लिए यह त्रिशूल स्थापित किया जा रहा है। इसके बाद स्वान गांव में मनकामेश्वर भैरवनाथ मंदिर का भव्य निर्माण भी किया जाना है दमयंती भट्ट का कहना है राजा कनकपाल ने यहां शासन किया था जिस कारण इसका नाम कानपुरगढ भी हैं 52 गढों में इसका उल्लेख नहीं है

जबकि पुरात्तत्व विभाग ने यहां पर राजा कनकपाल के किले,खडंहर,तथा अवशेष भी प्राप्त हुए लेकिन आज तक इस गढ को 52गढो के साथ सम्मिलित नहीं किया गयाग्राम प्रधान राजबीर का कहना है बाराकोट तक सड़क बननी चाहिए और कानपुरगढ को 52गढो के साथ सम्मिलित किया जाना चाहिए ताकि पर्यटन बढे और हमारे गांव में स्थित गढ को राज्य स्तर पर एक पहचान मिले।


चेतराम रतूड़ी का कहना है क्षेत्र की सुख,समृद्धि और खुशहाली के लिए इस त्रिशूल की स्थापना से सारे कष्ट दूर होंगे और मनकामनेश्वर भैरव नाथ मंदिर की स्थापना के साथ ही कानपुरगढ को भी एक पहचान मिलेगी।