माँ भगवती और माँ महाकाली की रथ यात्रा के साथ आषाढ़ी महोत्सव का हुआ समापन

माँ भगवती और माँ महाकाली की रथ यात्रा के साथ आषाढ़ी महोत्सव का हुआ समापन

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रिपोटर -लक्ष्मण बिष्ट

स्थान -लोहाघाट

चामी चौमेल में चल रहे आषाढ़ी महोत्सव के अंतिम दिन यहां चामी गांव से माँ भगवती और माँ महाकाली की शोभा यात्रा निकली। जिसमें हजारों लोगों ने शीष नवाकर का माँ का आशीर्वांद प्राप्त किया। इससे पूर्वं यहां रात को देव डांगरों ने अवतरित होकर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। यहां लगी देव गद्दी में देव डांगरों ने लोगों के कष्ट हरे। सुबह से ही चामी के भगवती मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई।

दोपहर बाद गांव के मंदिर से माँ भगवती एवं माँ महाकाली की शोभायात्राएं निकली। रस्सों के सहारे दो किमी. दुर्गम रास्तों से होते हुए खड़ी चढाई पार कर रथ यात्रा देवी थान पहुंची। रथ में सवार माँ भगवती की देव डांगर मधी देवी और माँ महाकाली की देव डांगर पार्वती देवी श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दे रही थी। रथ यात्रा के पीछे महिलाएं मांगलिक गीत गाते हुए जयकारा लगाते हुए चल रही थी। रथ यात्रा में क्षेत्र के हजारों लोगों ने शामिल होकर मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। देवी थान मन्दिर पहुंचने के बाद लोक देवताओं ने अवतरित होकर स्नान कर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। रथ यात्रा के मंदिर की परिक्रमा पूर्ण करने के बाद मंदिर परिसर में विशाल मेला आयोजित हुआ।

जिसमें क्षेत्रीय लोगों द्वारा जमकर खरीददारी की। गांव के युवाओं द्वारा यहां विशाल भंडारा आयोजित किया गया। जिसमें लोगों ने प्रसाद स्वरूप भोजन ग्रहण किया। आयोजन समिति की ओर से अध्यक्ष अशोक महर, ग्राम प्रधान प्रकाश महर, रमेश बिष्ट, नारायण सिंह बिष्ट, त्रिलोक बिष्ट, टीका सिंह बिष्ट, विजय महर, पूरन बिष्ट आदि ने सभी का स्वागत किया। इधर वल्सों चौमेल में भी माँ भगवती की रथ यात्रा के साथ असारी मेले का समापन किया गया।