आपराधिक प्रवर्ति के वन गुर्जर मो० सफी का अतिक्रमण जारी मुख्यमंत्री और हाईकोर्ट की आदेश की उड़ रही धज्जियाँ कब होगी कार्यवाही

आपराधिक प्रवर्ति के वन गुर्जर मो० सफी का अतिक्रमण जारी मुख्यमंत्री और हाईकोर्ट की आदेश की उड़ रही धज्जियाँ कब होगी कार्यवाही

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रिपोटर -सलीम अहमद

स्थान -रामनगर

आपको बता दे कि भले ही उत्तराखंड हाईकोर्ट ओर राज्य सरकार लगातार वन भूमि से अतिक्रमण हटाने के फरमान जारी हो रहे हो लेकिन आपराधिक प्रवर्ति के वन गुर्जर मो० सफी पुत्र मो० आलम निवासी तुमड़िया खत्ता के मन में हाईकोर्ट ओर राज्य सरकार के आदेशों का कोई भय नही दिख रहा है। मो० सफी के द्वारा वर्तमान में भी वन भूमि पर अतिक्रमण कर अवैध रूप से फसल उगाई जा रही हैं। सफी के द्वारा गर्मी के धान की फसल उगाई गई थी

जो पर्यावरण और लगातार घटते भूमिगत जल स्तर के लिए बहुत घातक साबित होता हैं सफी के द्वारा गर्मी की फसल को काटने के लिए कम्बाइन मसीन स्वामी को रजिस्ट्री की जमीन बता कर वन भूमि पर फसल काटने के लिए लगया था मसीन स्वामी को जैसे ही पता चला कि ये वन भूमि हैं मसीन स्वामी ने फसल काटने मना कर दिया तो सफी, असरफ अली, करामत अली ने मसीन स्वामी के साथ मारपीट करते हुए गली गलौच की ओर जान से मारने की धामी दी और डरा धमका कर सफल को कटवा लिए मसीन स्वामी ने अपने साथ हुई घटना की तहरीर रामनगर कोतवाली दी थी जिसमे उक्त ब्यक्तियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ हैं।

ऐसे ही चंद आपराधिक प्रवर्ति वन गुर्जरों की वजह से वो सब निर्दोष वन गुर्जर भी बदनाम हो रहे है। विपरीत परिस्थितियों जो पशुपालन कर अपने परिवार का पालन पोषण किसी तरह कर रहे है अब उन सब वन गुर्जरों को भी वन विभाग की कार्यवाही का डर सता रहा है जिनके ऊपर ना तो वन विभाग में आपराधिक मामले दर्ज हैं ना ही किसी अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं।