
ब्यूरो रिपोर्ट
स्थान : हल्द्वानी

जिले के राशन कार्ड धारकों पर संकट गहराता नजर आ रहा है। राशन कार्ड की ई-केवाईसी कराने की अंतिम तिथि आज समाप्त हो रही है, लेकिन अब तक केवल 53 प्रतिशत कार्डधारक ही इस प्रक्रिया को पूरा कर पाए हैं। ई-केवाईसी नहीं कराने की स्थिति में संबंधित यूनिट को निरस्त कर दिया जाएगा और उन्हें राशन का लाभ नहीं मिल सकेगा।

केंद्र सरकार की ओर से लाल व सफेद राशन कार्डधारकों को मुफ्त गेहूं-चावल, जबकि पीले कार्डधारकों को न्यूनतम दरों पर हर माह खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है। इसी लाभ को जारी रखने के लिए नवंबर माह से ई-केवाईसी प्रक्रिया शुरू की गई थी। पहले इसकी अंतिम तिथि एक दिसंबर निर्धारित की गई थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 15 दिसंबर कर दिया गया। इसके बावजूद जिले में अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी।


दो लाख कार्ड, आधी से कम ई-केवाईसी
पूर्ति विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में करीब दो लाख राशन कार्ड हैं। इनमें कुल 9.50 लाख यूनिट दर्ज हैं, जिनमें से अब तक केवल 4.99 लाख यूनिट की ही ई-केवाईसी हो पाई है। यानी लगभग 47 प्रतिशत यूनिट अभी भी सत्यापन से वंचित हैं। स्थिति को और गंभीर बनाता यह तथ्य है कि घर बैठे ई-केवाईसी की सुविधा देने वाला मोबाइल एप अब तक शुरू नहीं हो पाया है।

शासन से राहत की उम्मीद
पूर्ति विभाग के एआरओ विजय जोशी ने बताया कि ई-केवाईसी कराने की अंतिम तिथि आज है। हालांकि सोमवार को शासन की ओर से इस संबंध में राहत दिए जाने के आदेश आने की संभावना है, जिससे शेष कार्डधारकों को कुछ समय और मिल सकता है।

37 हजार से अधिक कार्डों का सत्यापन जारी
इधर केंद्र सरकार की ओर से जारी अपात्रों की सूची के आधार पर सत्यापन का कार्य भी तेजी से चल रहा है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जिले में 37,080 राशन कार्डधारकों का सत्यापन किया जाना है। पूर्ति विभाग की टीमें फिलहाल इसी कार्य में जुटी हुई हैं।

समय रहते ई-केवाईसी न कराने वाले कार्डधारकों के लिए राशन आपूर्ति रुकने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में विभाग की ओर से अपील की गई है कि पात्र लाभार्थी जल्द से जल्द ई-केवाईसी कराकर राशन योजना का लाभ सुनिश्चित करें।

