
रिपोर्ट – संजय जोशी
स्थान – रानीखेत
द्वारसों क्षेत्र के बबुरखोला गांव के आयुष बिष्ट ने जेईई मेन परीक्षा में 99.2 पर्सेंटाइल हासिल कर न केवल अपने गांव और विद्यालय, बल्कि पूरे रानीखेत क्षेत्र का नाम रोशन किया है। आयुष की यह सफलता न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि एक सामाजिक पहल की प्रेरणादायक कहानी भी है।


दरअसल, कुछ समय पूर्व मूल रूप से श्रीनगर (कश्मीर) निवासी दीपक कचरू और तत्कालीन संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल की एक संयुक्त पहल के तहत रानीखेत तहसील के सरकारी विद्यालयों से 25 मेधावी लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को चिन्हित किया गया था। इन छात्रों को दो वर्षों तक मुफ्त जेईई कोचिंग प्रदान की गई, जिससे उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन का अवसर मिला।

इसी पहल का परिणाम है कि जीआईसी द्वारसों के छात्र आयुष बिष्ट ने जेईई मेन 2025 में 99.2 पर्सेंटाइल प्राप्त कर क्षेत्र को गौरवान्वित किया। आयुष के पिता दान सिंह बिष्ट एक कृषक हैं और माता भावना देवी गृहणी हैं।

दीपक कचरू ने जानकारी दी कि उन्होंने यह पहल वरुणा अग्रवाल के सहयोग से शुरू की थी, ताकि सरकारी विद्यालयों के होनहार लेकिन संसाधन-वंचित छात्रों को प्रतिस्पर्धा के समान अवसर मिल सकें। “दो साल की मेहनत और बच्चों की लगन का यह फल है,” उन्होंने कहा।

वर्तमान संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनन्द ने भी आयुष की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यह उपलब्धि हम सभी के लिए गर्व की बात है। प्रशासन ने आयुष बिष्ट को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया और ऐसे प्रयासों को भविष्य में भी जारी रखने की बात कही।

