कुमाऊं कमिश्नर और मुख्यमंत्री के सचिव दीपक रावत ने डोब ल्वेशाल क्षेत्र में चल रहे “सनी लेक प्रोजेक्ट” के निरीक्षण के दौरान गंभीर अनियमितताओं का खुलासा किया। निरीक्षण में पाया गया कि परियोजना के नक्शे में दर्शाए गए पार्कों की जमीन को अवैध रूप से बेचा गया है। 15 से अधिक पार्कों को अवैध तरीके से बेचने की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने संबंधित खरीद-फरोख्त पर रोक लगाई और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर आर्थिक दंड लगाने के निर्देश दिए।मुख्य बिंदु:1. पार्क की भूमि का अवैध बिक्री: शिकायतों के बाद
उन्होंने पाया कि पार्क की भूमि, जो पहले सिने कलाकार चंद्रचूड़ के नाम पर थी, अब शिवम जिंदल को स्थानांतरित कर दी गई है।2. एसटीपी का अभाव: फेस-2 में 160 फ्लैट बनने के बावजूद एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का प्रावधान नहीं है।3. वन विभाग और प्रदूषण: निरीक्षण में पाया गया कि 200 से अधिक पेड़ों का अवैध कटान हुआ है। उन्होंने वन विभाग को मामले की जांच और कार्रवाई के आदेश दिए।4. अवैध निर्माण: बिना अनुमति के सड़कों का निर्माण और सीवर लीकेज की समस्या उजागर हुई।5. केएमवीएन भूमि विवाद: कुमाऊं मंडल विकास
निगम की जमीन पर अवैध निर्माण की शिकायत पर एसडीएम और अन्य अधिकारियों को जांच के आदेश दिए।निर्देश:नक्शे के नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई।जल संस्थान और सिंचाई विभाग को क्षेत्र में सफाई और सीवर की समस्याओं को 10-15 दिनों में हल करने का निर्देश।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई में सुधार के आदेश।दीपक रावत की यह कार्रवाई न केवल विकास परियोजनाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की ओर एक कदम है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और अवैध गतिविधियों पर सख्ती का भी उदाहरण है।