खटीमा तहसील परिक्षेत्र में नगर पालिका की कार्यप्रणाली को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए यहां तक की उन पर हाथापाई की नोमत भी आ गई वहीं प्रथम पक्ष संतोष गौरव कुछ महिलाओं को लेकर तहसील पहुंचे उनका कहना था कि पावस गुप्ता और नफीस अंसारी ने सफाई
कर्मचारियों से उनको नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लिए अब उनको निकाला जा रहा है और दूसरे लोगों को सफाई कर्मचारी के रूप में रखा जा रहा है वही उनका कहना है कि उनका पैसा वापस किया जाए वहीं द्वितीय पक्ष पावस गुप्ता और नफीस अंसारी का कहना है कि उनके द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में नगर पालिका की कार्य प्रणाली के खिलाफ याचिका लगाई थी
जिस पर माननीय न्यायालय के द्वारा जिला अधिकारी को एक माह के भीतर जांच करने के आदेश दिए गए और उनके द्वारा नगर पालिका से सूचना अधिकार के तहत सूचना मांगी गई थी जिस कारण यह प्रकरण प्रथम पक्ष के द्वारा उन पर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है
वहीं उप जिला अधिकारी रविंद्र सिंह बिष्ट का कहना है कि प्रथम पक्ष का कहना है कि नौकरी लगाने के नाम पर सफाई कर्मचारियों से पैसे लिए थे अब उनको हटाया जा रहा है इस संबंध में कोतवाल खटीमा को निष्पक्ष जांच के लिए निर्देशित किया गया है वहीं द्वितीय पक्ष का कहना है
कि माननीय हाई कोर्ट मैं पी आई ल लगाई गई थी इस पर उच्च न्यायालय के द्वारा एक माह के भीतर जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए गए उसे पर निष्पक्ष जांच की जाएगी फिलहाल दोनों पक्षों को समझा कर भेज दिया गया है